भारत में कोरोना से बचाव के लिए 16 जनवरी से प्रथम चरण की वैक्सीनेशन शुरू होने जा रही है। इसके लिए देश में दो वैक्सीन- कोवीशील्ड और कोवैक्शीन की सप्लाई भी शुरू हो चुकी है। इस बीच सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि फिलहाल लोगों को वैक्सीन चुनने के विकल्प की व्यवस्था नहीं है। 12 जनवरी को केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने इसके लिए विश्व के अन्य देशों का उदाहरण दिया है। उन्होंने कहा कि विश्व के अनेक देशों में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू है, लेकिन किसी भी देश में लोगों के पास विकल्प नहीं है।
वैक्सीन के 54.72 लाख डोज विभिन्न स्टोरों में पहुंचे
भारत में वैक्सीनेशन की तैयारी युद्ध स्तर पर की जा रही है। फिलहाल वैक्सीन की 54.72 लाख डोज विभिन्न स्टोरों में पहुंच चुके हैं। वहीं चार कंपनियां जायडस कैडिला, स्पूतनिक वी, बायोलॉजिकल इवांस और जिनोवा सीमीत इस्तेमाल की मंजूरी के लिए आवेदन करनेवाली है। इसके बाद भारत में उपलब्ध वैक्सीन की संख्या दो से बढ़कर छह हो जाएगी। इसके बावजूद लोगों के पास वैक्सीन चुनने का विकल्प नहीं रहेगा।
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महाराष्ट्र में 9 लाख 63 हजार डोज उपलब्ध
इस बीच महाराष्ट्र में भी वैक्सीनेशन की तैयारी बड़े पैमाने पर की जा रही है। सिरम इंस्टीट्यूट की कोविशील्ड वैक्सीन की 9 लाख 63 हजार डोज उपलब्ध कराए गए हैं। केंद्र सरकार के निर्देश पर इन्हें जिला स्तर पर बांटा जाएगा। राज्य के 36 जिले में 511 स्थानों पर वैक्सीनेशन की तैयारी की गई है। इन स्थानों पर बिजली, इंटरनेट, वेबकास्ट आदि की सुविधाएं उपलब्ध कराई गई हैं। राज्य में अब तक कोवीन पोर्टल पर 7 लाख 84 हजार से ज्यादा स्वास्थ्यकर्मियों ने अपना रजिस्ट्रेशन कराया है।
एक सेंटर पर 100 लोगों का टीकाकरण
महाराष्ट्र राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. प्रदीप व्यास के अनुसार एक वैक्सीनेशन सेंटर पर 100 लोगों का टीकाकरण किया जएगा। इस काम के लिए प्रत्येक सेंटर पर पांच लोगों की टीम मौजूद रहेगी।