राष्ट्रपति, द्रौपदी मुर्मु (Draupadi Murmu), 13 सितंबर, 2023 को दूरदर्शी स्वास्थ्य कार्यक्रम ‘आयुष्मान भव:’ (Ayushman Bhava:) अभियान का उद्घाटन करेंगी। देश भर में स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच और समावेशिता को फिर से परिभाषित करने के लिए निर्धारित इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम का उद्घाटन वर्चुअल माध्यम से होगा। इस सार्वभौमिक स्वास्थ्य कवरेज (यूएचसी) और सभी के लिए स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
राष्ट्रव्यापी स्वास्थ्य सेवा पहल
स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया ‘आयुष्मान भव:’ अभियान एक व्यापक राष्ट्रव्यापी स्वास्थ्य सेवा पहल है, जिसका उद्देश्य देश के हर गांव और शहर तक पहुंचने वाली स्वास्थ्य सेवाओं की अधिकतम कवरेज प्रदान करना है। यह अभूतपूर्व पहल आयुष्मान भारत कार्यक्रम की सफलता पर आधारित है और स्वास्थ्य सेवाओं में परिवर्तन का प्रतीक है।
‘सेवा पखवाड़ा’ के दौरान होगा लागू
यह अभियान, 17 सितंबर से 2 अक्टूबर, 2023 तक ‘सेवा पखवाड़ा’ (Seva Pakhwada) के दौरान लागू किया जाएगा, यह पूरे राष्ट्र और पूरे समाज के दृष्टिकोण का प्रतीक है। यह सरकारी क्षेत्रों, नागरिक समाज संगठनों और समुदायों को एक सामान्य मिशन के तहत एकजुट करता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्रत्येक व्यक्ति को बिना किसी असमानता के आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं प्राप्त हों।
स्वास्थ्य सेवा कवरेज का विस्तार
आयुष्मान भव: अभियान स्वास्थ्य विभाग, अन्य सरकारी विभागों और ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में स्थानीय निर्वाचित निकायों के साथ मिलकर ग्राम पंचायतों (gram panchayats) द्वारा चलाया गया एक सहयोगी प्रयास है। इसका मुख्य उद्देश्य भौगोलिक बाधाओं को पार करते हुए हर गांव और शहर में व्यापक स्वास्थ्य सेवा कवरेज का विस्तार करना है और यह सुनिश्चित करना है कि प्रत्येक व्यक्ति को स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध हों। इसका उद्देश्य अपने तीन घटकों आयुष्मान – आपके द्वार 3.0, स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों (एचडब्ल्यूसी) और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों (सीएचसी) और हर गांव और पंचायत में आयुष्मान सभाओं में आयुष्मान मेलों के माध्यम से स्वास्थ्य सेवाओं के कवरेज को अधिकतम करना है।
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