प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 27 सितंबर को आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन का आगाज कर दिया। सुबह 11 बजे वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से उन्होंने इसे लॉन्च किया। इसे प्रधानमंत्री डिजिटल स्वास्थ्य मिशन या राष्ट्रीय डिजिटल स्वास्थ्य मिशन के नाम से जाना जाता है। यह बिलकुल आधार कार्ड की तरह होगा, जिसमें नंबर भी होगा। इसका उपयोग स्वास्थ्य सेवा प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन जानकारी आदान-प्रदान करने में किया जा सकेगा।
इस बारे में पीएम ने पिछले साल अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण में उल्लेख किया था। केंद्र सरकार ने इसे ऐतिहासिक बताया है। इसके तहत हर नागरिक के पास हेल्थ आईडी होगी। आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन को अभी देश के छह केंद्र शासित प्रदेशों में प्रायोगिक तौर पर शुरू किया गया है।
पीएम ने ट्वीट कर दी जानकारी
पीएम ने 26 सितंबर को ट्वीट कर इस बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह मिशन सेवा तक पहुंच में सुधार के लिए तकनीकी का लाभ लेता है और उस क्षेत्र में नए नवाचार के दरवाजे खोलता है।
Tomorrow, 27th September is an important day for India’s healthcare sector. At 11 AM, the Ayushman Bharat Digital Mission would be launched. This Mission leverages technology to improve access to healthcare and opens doors for new innovation in the sector. https://t.co/MkumY17Ko1
— Narendra Modi (@narendramodi) September 26, 2021
ये भी पढ़ेंः इन्फोसिस नक्सलियों और देशद्रोहियों की कर रही है मदद! पांचजन्य में सनसनीखेज आरोप
ये होंगे लाभ
कहा जा रहा है कि यह मिशन इको-सिस्टम के लिए भी महत्वपूर्ण होगा। यह उसी तरह की भूनिका अदा करेगा, जैसे भुगतान के लिए यूपीआई ने किया है। इस मिशन में जनधन, आधार और सरकार की अन्य डिजिटल पहलों की तरह आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन डेटा यानी सूचना की एक विस्तृत सीरीज का ऑनलाइन मंच तैयार किया जाएगा। इस मिशन के माध्यम से लोग स्वास्थ्य रिकॉर्ड का आदान-प्रदान कर सकेंगे। सरकार का दावा है कि इससे नागरिक स्वास्थ्य सुविधाओं तक आसानी से पहुंच पाएंगे।