प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 16 जुलाई को फ्रांस और संयुक्त अरब अमीरात की तीन दिन यात्रा के बाद दिल्ली लौट आए हैं। राजधानी के एएफएस पालम एयरपोर्ट पर उतरने के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सबसे पहले दिल्ली में बाढ़ की स्थिति को लेकर हालात की जानकारी ली। उन्होंने उपराज्यपाल वीके सक्सेना से फोन पर बाढ़ जैसे हालात से निपटने को लेकर हुए इंतजाम पर बात की।
दिल्ली पहुंचते ही बाढ़ की स्थिति के बारे में ली जानकारी
विदेश दौरे से लौटने के साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने यमुना नदी के जलस्तर में वृद्धि के कारण दिल्ली में बनी बाढ़ की स्थिति और किए जा रहे कार्यों की प्रगति के बारे में उपराज्यपाल वीके सक्सेना से बात की। फोन पर बात करते हुए पीएम मोदी ने जहां दिल्ली में बाढ़ के हालात की जानकारी ली, वहीं राहत कार्यों में किसी प्रकार की कमी नहीं रखने के निर्देश दिए। उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से सभी मदद मुहैया कराए जाने की भी बात कही।
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उपराज्यपाल से फोन पर की बात
प्रधानमंत्री से फोन पर बात के बाद उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने ट्वीट कर बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वदेश पहुंचते ही फोन कर दिल्ली में बाढ़ की स्थिति का विस्तृत ब्यौरा लिया और किए जा रहे संबंधित प्रयासों की पूरी जानकारी ली। उन्होंने फिर से केंद्र की मदद और सहयोग से दिल्ली के लोगों के हित में हर संभव काम करने का निर्देश दिया।
इससे पहले, प्रधानमंत्री मोदी ने फ्रांस से दिल्ली के उपराज्यपाल से फोन पर संवाद किया था। तब भी दिल्ली में जलभराव और बाढ़ की स्थिति और उससे निपटने के प्रयासों के बारे में जानकारी ली थी।
युमना का जल स्तर खतरे के निशान से पार
दरअसल, राजधानी दिल्ली में बारिश के बीच यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर है। जिस कारण राष्ट्रीय राजधानी पानी-पानी हो गई है। हालांकि अब यमुना का जलस्तर घटने लगा है, बावजूद इसके कई इलाकों में अब भी बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। जानकारी के अनुसार, शनिवार रात 10 बजे तक यमुना का जलस्तर 206.87 मीटर तक पहुंच गया है, जो पूर्व की अपेक्षा काफी कम है। मतलब यमुना में जलस्तर घट रहा है। वहीं, 15 जुलाई की शाम को दिल्ली में हुई तेज बारिश के बाद मौसम विभाग ने 16 जुलाई के लिए भी बारिश की संभावना जताई है।