वेंडर्स के लिए ऑक्सीजन साबित हो रही प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना! जानें, कैसे

कुछ वेंडर्स का तो काम इतना बढ़िया चल निकला है कि अब उन्होंने पूरा लोन चुकाने के बाद उन्हें लोन की राशि बढ़ाने के लिए आवेदन किया है।

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कोरोना वायरस कॉल वह अन्य दुश्वारियों के कारण पैसे-पैसे को मोहताज हुए सड़कों पर ठेले पटरी लगाने वाले वेंडर्स के लिए प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना वरदान साबित हुई है। दिल्ली से सटे गाजियाबाद को ही लें तो यहां पर इस योजना के तहत 28 हजार वेंडर्स को इस योजना का लाभ मिल चुका है। और अभी तक 28 करोड़ रुपए वेंडर्स को बतौर लोन किए जा चुके हैं।

कुछ वेंडर्स का तो काम इतना बढ़िया चल निकला है कि अब उन्होंने पूरा लोन चुकाने के बाद उन्हें लोन की राशि बढ़ाने के लिए आवेदन किया है। प्रधानमंत्री स्वनिधि योजना के तहत सड़क पर रेहड़ी पटरी या फेरी लगाने वाले वेंडर्स को 10 हजार रुपये बतौर गारंटी फ्री ऋण के दिए जाते हैं। यह ऋण उन्हें एक साल के अंदर किस्तों में वापस करना होता है। इसमें सरकार की ओर से सब्सिडी भी दी जाती है। यह ऋण केवल उन्ह वेंडर्स को दिया जाता है जो नगर निगम व अन्य नगर निकायों में पंजीकृत है।

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गाजियाबाद नगर निगम क्षेत्र में ही ले तो यहां पर अभी तक 28 हजार वेंडर्स को 10 हजार रुपये प्रति वेंडर के हिसाब से ऋण दिया जा चुका है और यह लोग इस ऋण से अपना कारोबार चला रहे हैं।

इसी तरह जिले में खोड़ा, लोनी, मोदीनगर, मुरादनगर नगर पालिका परिषद, पतला, निवाड़ी, फरीदनगर व डासना नगर पंचायतों में भी वेंडर्स को ऋण दिया जा रहा है। जिसका वेंडर्स खूब लाभ उठा रहे हैं। जिला नगरीय विकास अभिकरण की देखरेख में इस काम को अंजाम दिया जा रहा है। जिला नगरीय विकास अभिकरण के परियोजना निदेशक संजय पथरिया का कहना है कि इस मामले में करीब 500 लोगों ने अपना पूरा ऋण चुकता कर दिया है और ऋण राशि बढ़ाने के लिए पुनः आवेदन किया है।

गौरतलब है कि जो वेंडर अपना ऋण एक साल के अंदर या पहले चुकता कर देता है तो उसे आगे मिलने वाले ऋण की धनराशि बढ़ाकर दोगुनी कर दी जाती है। इसके बाद यदि वह समय से दोगुनी राशि का भुगतान चुकता कर देता है तो फिर उसकी धनराशि 50 हजार कर दी जाती है।

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