महाराष्ट्र के पुणे में आग सबेरे ही बुझ गई थी इसके बाद कूलिंग का कार्य चल रहा था। यह कार्य भी सुबह ही समाप्त हो गया था। इस अग्निकांड में चार सौ से अधिक छोटी-छोटी दुकानें जलकर राख हो गई थीं। लेकिन कोई जनहानि से बचा लिया गया। इसको लेकर प्रशासन को भी राहत मिली थी। लेकिन तभी हुई एक दुर्घटना में पुणे केन्टोनमेन्ट बोर्ड के दमकल विभाग ने अपने कर्मचारी को खो दिया।
इससे पुणे केन्टोनमेन्ट बोर्ड के दमकल विभाग में दुख है। कहते हैं जिसने आग का मुकाबला किया, लोगों के सुरक्षित बचाव के अपने दायित्व को समर्पण से पूर्ण किया, उसे घर जाते समय सड़क दुर्घटना ने लील लिया। इस अधिकारी का नाम प्रशांत हसबे है।
और दुकानें हो गईं राख
प्रशांत हसबे पुणे केन्टोनमेन्ट बोर्ड के दमकल कर्मी थे। रात को पुणे के फैशन स्ट्रीट में लगी आग के शमन के लिए वे भी तैनात थे। आग बहुत बड़ी थी। फैशन स्ट्रीट में होजियरी, चप्पल-जूते, सजावट के सामान, इलेक्ट्रॉनिक के सामान आदि मिलते थे। इसलिए जब आग पकड़ी तो उसे पूरे क्षेत्र को अपनी लपटों में घेरने में समय नहीं लगा। देखते ही देखते 400 से अधिक दुकानें जलकर राख हो गईं।
ये भी पढ़ें – अग्नितांडव जारी है… अब फैशन स्ट्रीट हुआ स्वाहा
आग न बिगाड़ पाई तो दुर्घटना ने लील लिया
इस दुर्घटना में अच्छी बात यह रही कि कोई जनहानि नहीं हुई थी। इससे अग्निशमन विभाग और पूरा प्रशासन राहत में था। यह आग केन्टोनमेन्ट (सैन्य) क्षेत्र और उसके आसपास की बस्ती तक नहीं पहुंच पाई थी। कूलिंग ऑपरेशन खत्म करके सभी कर्मी अपने घर के लिए निकले थे। इन कर्मियों में शामिल प्रशांत हसबे यरवडा रोड से अपने घर जा रहे थे कि उनके साथ सड़क दुर्घटना हो गई। इसमें प्रशांत हसबे की जान चली गई।