महाराष्ट्र के दो शीर्ष शहरों में चौबीस घंटे के भीतर महिला अत्याचार के दो ऐसे प्रकरण सामने आए हैं जो मन मष्तिष्क को हिलाकर रख देते हैं। पहला प्रकरण है मुंबई की निर्भया का जो अब जीवन से जंग हार चुकी है और दूसरा प्रकरण पुणे का है, जहां एक ब्याजखोर लाचार शिक्षिका की अस्मत से खेल रहा था। यह दोनों ही घटनाएं कानून के प्रति लोगों में डर की भावना में आई गिरावट को दर्शाती हैं, यह अब सबसे बड़ा प्रश्न है।
पुणे के पिंपरी चिंचवड़ शहर में ब्याज पर पैसे देने के बहाने 38 वर्षीय शिक्षिका से दुष्कर्म का एक मामला सामने आया है। इस संबंध में तथाकथित आरोपी जिसका नाम विकास अवस्थी है, के खिलाफ सांगवी थाने में मामला दर्ज किया गया है। दुष्कर्म के बाद आरोपी ने महिला की अश्लील फोटो खींचकर स्कूल व परिवार को दिखाने की धमकी भी दी है।
एसीपी बताकर दुष्कर्म
सूदखोर आरोपी ने खुद के सेवानिवृत्त सहायक पुलिस आयुक्त बताया था। उसने धमकी दी है कि, मैं एक सेवानिवृत्त एसीपी हूं, मेरा कोई कुछ नहीं बिगाड़ सकता। अगर इस बारे में किसी को बताया तो तुझे व तेरे परिवार को जिंदा नहीं छोड़ूंगा। विकास अवस्थी पुणे के पिंपले गुरव का निवासी है और फरार है। सांगवी पुलिस थाने से प्राप्त जानकारी के अनुसार वह एसीपी नहीं है।
लाचारी का उठाया लाभ
पुलिस के अनुसार पीड़िता एक शिक्षिका है। वह आर्थिक तंगी में थी इसलिए आरोपी से ब्याज पर पैसे मांग रही थी। इसके बाद आरोपी ने पीड़िता को घर बुलाया और कहा कि वह दस फीसदी प्रतिमाह की दर से ब्याज देता है। इसके लिए कागज और दो खाली चेक पर हस्ताक्षर भी ले लिया। इसके बाद पीड़िता को सॉफ्टड्रिंक पिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया और पीड़िता की नग्न अवस्था में फोटो भी खींच लिया। उसने पीड़िता को पैसे भी नहीं दिए। इसके बाद आरोपी पीड़िता के स्कूल में गया और उसकी नग्न फोटो दिखाकर अपने दुपहिया वाहन पर घर ले गया। बदनामी के डर से पीड़िता बाइक पर बैठ गई। आरोपी उसे घर ले जाकर उसके साथ फिर दुष्कर्म किया। इसके बाद पीड़िता हिम्मत जुटाकर थाने गई और आरोपी के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई।