भारतीय रेलवे घरेलू यात्रा का एक प्रमुख साधन है। गरीब से लेकर अमीर तक हर वर्ग के लोग ट्रेन से सफर करना पसंद करते हैं। भारतीय रेलवे द्वारा प्रतिदिन लाखों यात्री यात्रा करते हैं क्योंकि रेल टिकटों का किराया वहन करने योग्य होता है। लेकिन अब ट्रेन से सफर करने वाले लोगों को बड़ा झटका लगने की संभावना है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने 14 दिसंबर को लोकसभा में बोलते हुए आने वाले समय में रेल टिकटों का किराया बढ़ने के संकेत दिए हैं।
लोकसभा में अश्विनी वैष्णव के बयान से आने वाले समय में रेल टिकटों के किराए में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है। रेल मंत्री से सवाल पूछा गया कि क्या कोरोना से पहले रेल यात्रा में वरिष्ठ नागरिकों को दी जाने वाली रियायतें फिर से शुरू की जाएंगी? इस पर बोलते हुए रेल मंत्री ने कहा कि फिलहाल ट्रेन से यात्रा करने वाले हर यात्री को 55 प्रतिशत की छूट दी जा रही है।
यात्री किराए पर करीब 59 हजार करोड़ रुपए की सब्सिडी
रेल मंत्री ने आगे कहा कि वर्तमान में प्रति किलोमीटर यात्री किराया करीब 1.16 रुपये है। लेकिन रेलवे उसके लिए प्रति किमी 45 से 48 पैसे ही चार्ज करती है। रेलवे की ओर से यात्री किराए पर करीब 59 हजार करोड़ रुपए की सब्सिडी दी गई है। रेल यात्रियों की सुविधा के लिए लगातार कदम उठाए जा रहे हैं। नई ट्रेनें भी चलाई जा रही हैं और रेलवे लाइनों का विस्तार किया जा रहा है। रेल किराए में बढ़ोतरी की ओर इशारा करते हुए उन्होंने कहा कि आने वाले समय में इस बारे में फैसला लिया जाएगा।