विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने सालासर में नेशनल हाईवे को चौड़ा करने के लिए राम दरबार की मूर्ति गिराए जाने के मामले में भारतीय जनता पार्टी को सदन में चर्चा की अनुमति नहीं दी।
21 मार्च को शून्यकाल में उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ और विधायक अशोक लाहौटी स्थगन प्रस्ताव के जरिए मुद्दा उठाना चाहते थे, लेकिन विधानसभा अध्यक्ष ने अनुमति नहीं दी। अनुमति नहीं मिलने के बाद राठौड़ ने विधानसभा अध्यक्ष से कहा कि सालासर में राम दरबार की मूर्ति गिराए जाने पर स्थगन प्रस्ताव दिया था, उस पर चर्चा की अनुमति नहीं दी है। इस पर विधानसभा अध्यक्ष डॉ. जोशी ने राठौड़ को बीच में ही टोकते हुए कहा कि यह मुद्दा केंद्र सरकार से जुड़ा है इसलिए इस पर विधानसभा में चर्चा नहीं हो सकती। भारत सरकार की संस्था और कॉन्ट्रैक्टर ही उस सड़क का काम कर रहा है।
भावनाओं का सम्मान, लेकिन चर्चा की अनुमति नहीं
विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार किया कि भगवान राम की मूर्ति वहां जो लगी हुई थी, उसे जिस तरह से गिराया गया, वह दुर्भाग्यूपर्ण है। उन्होंने कहा कि हम आपकी भावना को भारत सरकार से अवगत करा देंगे। लेकिन नियमों में बंधा होने के कारण मैं इस सदन में इस पर चर्चा की अनुमति नहीं दूंगा।