आज भारत माता (Bharat Mata) के सच्चे सपूत और हिंदुत्व (Hindutva) के विचार को आगे बढ़ाने वाले देशभक्त विनायक दामोदर सावरकर (Vinayak Damodar Savarkar) की जयंती है। स्वातंत्र्यवीर सावरकर (Swatantryaveer Savarkar) का जन्म 28 मई 1883 को महाराष्ट्र के नासिक जिले के भागुर गांव में हुआ था।
वीर सावरकर के कारण ही आज देश में हिंदुत्व को प्रमुखता मिली है। महाराष्ट्र समेत देशभर में वीर सावरकर जी की 141वीं जयंती मनाई जा रही है। वह एक स्वतंत्रता सेनानी, राजनीतिज्ञ, वकील, समाज सुधारक और हिंदुत्व के दर्शन के प्रणेता थे। हाल ही में सावरकर जी पर आधारित एक फिल्म भी बनी है।
#WATCH | Port Blair, Andaman and Nicobar Islands: Actor Randeep Hooda visited the Cellular Jail ahead of Indian freedom fighter and reformer Vinayak Damodar Savarkar’s 141st birth anniversary.
Randeep Hooda played the character of Savarkar in his biopic 'Swatantrya Veer… pic.twitter.com/oJbPFmsmVT
— ANI (@ANI) May 27, 2024
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रणदीप हुड्डा ने सेल्यूलर जेल का दौरा किया
इस साल विनायक दामोदर सावरकर के जीवन पर आधारित फिल्म भी बनी जिसमें वीर सावरकर की बायोपिक ‘स्वातंत्र्यवीर सावरकर’ में एक्टर रणदीप हुड्डा (Actor Randeep Hooda) नजर आए। इसमें एक्टर ने सावरकर का मुख्य किरदार निभाया था। अब देश में उनकी 141वीं जयंती मनाई जा रही है। इस मौके पर रणदीप हुड्डा ने अंडमान और निकोबार द्वीप समूह की सेल्यूलर जेल का दौरा किया, जहां वीर सावरकर को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। रणदीप ने अपनी पत्नी लिन लैशराम के साथ सेल्यूलर जेल का दौरा किया।
सावरकर जी का किरदार निभाने के लिए काफी सराहना मिली
रणदीप हुड्डा ने कहा, ‘वीर सावरकर की कहानी पढ़ते-पढ़ते और उसे स्क्रीन पर उतारने के दौरान इसमें मेरी भागीदारी काफी बढ़ गई है। जब मुझे वीर सावरकर जी के सार को समझने वालों से सराहना मिलती है, तो बहुत अच्छा लगता है। उनकी कहानी को मैंने बहुत अच्छे और सशक्त तरीके से पर्दे पर उतारा है। आज हम यहां उस सेल्यूलर जेल में आए हैं, जहां विनायक जी को सजा सुनाई गई थी। 50 साल का आजीवन कारावास…सभी सशक्त क्रांतिकारियों को अंग्रेजों ने देश से दूर एकांत में रखा था और ये है वो जगह…’।
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