दुनिया की दिग्गज रेटिंग एजेंसी मॉर्गन स्टेनली ने भारत के लिए अच्छे संकेत दिए हैं। अमेरिकी ब्रोकरेज फर्म मॉर्गन स्टेनली ने भारत के स्टेटस को बदलकर ‘ओवरवेट’ कर दिया है। चीन, ताइवान और ऑस्ट्रेलिया की रेटिंग को घटाकर ‘इक्वल-वेट’ कर दिया है।
मॉर्गन स्टेनली ने अपनी ताजा रिपोर्ट में भारत के स्टेटस को बदलकर ‘ओवरवेट’ कर दिया गया है। ब्रोकरेज फर्म का मानना है कि देश का रिफॉर्म्स और मैक्रो-स्टेबिलिटी एजेंडा एक मजबूत कैपेक्स और प्रॉफिट आउटलुक को सपोर्ट करता है। एजेंसी के मुताबिक भारत के मैक्रो संकेतक लचीले बने हुए हैं, जिसकी वजह से भारतीय अर्थव्यवस्था 6.2 फीसदी सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) पूर्वानुमान हासिल करने की राह पर है।
ओवररेटिंग का मतलब
ओवरवेट रेटिंग का मतलब है कि ब्रोकरेज फर्म को ये उम्मीद है कि भविष्य में भारत की अर्थव्यवस्था बेहतर प्रदर्शन करेगी। भारत की रेटिंग में यह बदलाव ऐसे समय में आया है, जब अमेरिका ‘एएए’ की रेटिंग का दर्जा खो चुका है, जबकि चीन की अर्थव्यवस्था में सुस्ती है।
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लंबी लहर की शुरुआत में भारतीय अर्थव्यवस्था
मॉर्गन स्टेनली के विश्लेषकों ने कहा है कि ‘भारत हमारी प्रोसेस में 6 से बढ़कर एक पर आ गया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत यकीनन ग्रोथ की एक लंबी लहर की शुरुआत में है, जबकि चीन में यह खत्म हो रही है। कुछ महीने पहले ही मॉर्गन स्टेनली ने भारत की लचीली अर्थव्यवस्था का हवाला देते हुए देश की रेटिंग को अंडरवेट से इक्वल वेट किया था।