कोरोना का प्रकोप भले ही कम हो गया है कि लेकिन इसके खतरे को देखते हुए देश में अभी भी कई तरह के प्रतिबंध जारी हैं। इसके बावजूद पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष चारधाम के यात्रियों की संख्या में रिकॉर्ड वृद्धि आई है। बता दें कि इसी साल मई महीने में चारों धाम के कपाट खोल दिए गए थे, लेकिन कोरोना के कारण उच्च न्यायालय ने यात्रा पर रोक लगा दी थी। हालांकि सरकार के अनुरोध पर न्यायालय ने यात्रा दी अनुमति दे दी थी।
उच्च न्यायालय के आदेश ते बाद 18 सितंबर को चारधामों की यात्रा शुरू कर दी गई। लेकिन ई-पास और अन्य तरह की दिक्कतों के कारण कम ही श्रद्धालु चार धाम के दर्शन करने पहुंच पाए।
पांच अक्टूबर से सभी तरह की शर्त समाप्त
यात्रियों की असुविधा को देखते हुए उच्च न्यायालय ने पांच अक्टूबर से सभी तरह की शर्तों को समाप्त कर दिया। उसके बाद श्रद्धालु बड़ी संख्या में दर्शन के लिए चारधाम पहुंचे। धर्मस्व सचिव एचवी सेमवाल के अनुसार चार धाम को लेकर यात्रियों में कोरोना संक्रमण के बावजूद उत्साह रहा। इस कारण पिछले साल की अपेक्षा इस वर्ष ज्यादा श्रद्धालु चारधाम दर्शन करने पहुंचे।
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केदारनाथ धाम पर पहुंचे ज्यादा श्रद्धालु
आम तौर पर बदरीनाथ धाम पर सबसे अधिक श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचते हैं, लेकिन इस बार केदारनाथ धाम पर ज्यादा श्रद्धालु पहुंचे। देवस्थानम बोर्ड द्वार जारी आंकड़ों के अनुसार केदारनाथ धाम पर इस वर्ष 2,42712 यात्री पहुंचे, जबकि बदरीनाथ में 1,97,056 दर्शनार्थी पहुंचे। गंगोत्री में 33166 तथा यमुनोत्री में 33306 यात्री दर्शन कररने पहुंचे।
2020 में पहुंचे थे कम श्रद्धालु
बता दें कि चारधाम यात्रा का संचालन 2020 में एक जुलाई से शुरू हो गया था। हालांकि चारधाम के कपाट बंद होने से मात्र 3,21749 तीर्थ यात्री ही दर्शन के लिए पहुंच पाए थे। गौर करने वाली बात यह है कि इस वर्ष अभी तक 5,06240 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं।