हमारे राष्ट्र को 800 वर्षों की गुलामी के पश्चात मुक्ति प्राप्ति हुई है। यह दृढ़ निश्चय करिये कि इस स्वतंत्रता को अबाधित रखना है। गणतंत्र दिवस पर सभी राष्ट्र भक्ति और वंदे मातरम् का उद्घोष करते हैं और शाम को भूल जाते हैं, ऐसा मत करिये। अपने जोश को बनाए रखिये। स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के कार्याध्यक्ष ने गणतंत्र दिवस पर घोषणा की है कि, अब वीर सावरकर का अवमान करनेवालों को छोड़ा नहीं जाएगा।
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देश के 73वें गणतंत्र दिवस पर स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के कार्याध्यक्ष रणजीत सावरकर ने ध्वज वंदन किया। इस कार्यक्रम के प्रमुख अतिथि एडवोकेट सुबोध पाठक के हाथों ध्वज फहराया गया। इस समय स्मारक की कोषाध्यक्ष मंजिरी मराठे, कार्यवाह राजेंद्र वराडकर और सहकार्यवाह स्वप्निल सावरकर समेत विविध उपक्रमों के पदाधिकारी और सदस्य उपस्थित थे।
वीर सावरकर पर टिप्पणी करनेवालों पर पाठ पढ़ाएंगे
स्वातंत्र्यवीर सावरकर से विद्वेश करनेवाले सदा ही उनका अवमान करते रहते हैं। अपने निजी स्वार्थों के लिए ऐसे लोग निराधार आरोप करने से भी नहीं चूकते। इस पर रोक लगाने के लिए स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक विद्वेशियों को उनकी ही भाषा में उत्तर देगा। इसके लिए स्मारक ने विधि विभाग की स्थापना की है। इसकी घोषणा भी कार्याध्यक्ष रणजित सावरकर के द्वारा की गई। स्मारक के विधि विभाग के प्रमुख हैं एडवोकेट सुबोध पाठक।