ऋषिकेश में रेलवे रोड स्थित प्रसाद हॉस्पिटल के डॉ. हरिओम प्रसाद और डॉ. ऋतु प्रसाद ने नेपाल स्थित एवरेस्ट बेस कैम्प पर पहुंच कर भारत का तिरंगा फहराया है।
डॉ. प्रसाद ने बताया कि इस ट्रैकिंग पर जाने से पहले 2 महीने तक उन्होंने ट्रेनिंग ली थी। उन्होंने बताया एवरेस्ट बेस कैम्प अपने आप में एक कठिन ट्रैक था, जिसमें 8 दिन तक लगातार ऊंची चढ़ाई पर चढ़ना होता है। रोज़ 500 मीटर की हाइट तक चलना होता है, तब जाकर आप एवरेस्ट बेस कैम्प 5364 मीटर पर पहुंचते हैं। उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे ऊंचाई पर जाएंगे, ऑक्सीजन का प्रेशर लो हो जाता है और ठंड बढ़ने लगती है। कई बार ऐसे मौक़े आए कि शायद अब हमसे नहीं हो पाएगा, लेकिन हमने हिम्मत नहीं हारी और डटे रहे ।रास्ते में बर्फ से ढंकी पर्वतों की चोटियों ने हमारे अंदर ऊर्जा का संचार किया और हम आगे बढ़ते गये।
14000 मीटर से ऊपर ऊंचाई पर टेम्परेचर माइनस
डा. प्रसाद के अनुसार 14000 मीटर से ऊपर ऊंचाई पर टेम्परेचर माइनस में चला जाता है। एक्यूट माउंटेन सिकनेस के चांसेज बढ़ जाते हैं। ऐसे में ज़्यादा से ज़्यादा पानी पीने को कहा जाता है, लेकिन ट्रैकिंग के दौरान बॉटल में रखा पानी भी जम जाता है। पानी, बिजली, टॉयलेट्स, चार्जिंग हर चीज के लिए आपको संघर्ष करना होता है। ये ट्रैक आपको बहुत कुछ सिखाता है कि सीमित संसाधनों के बीच किस तरह जीवन यापन किया जाता है। उन्होंने यह बताया कि हेल्थ फिटनेस के बारे में हमें काफ़ी जागरूक होने की आवश्यकता है। रोज एक घंटे अपने शरीर को ज़रूर दे। लिफ्ट का उपयोग कम से कम करे। साइकिल के कल्चर को जल्द से जल्द उपयोग में लाएं। साथ ही व्यसनों के सेवन से बचें और नियमित पौष्टिक भोजन लें।
इन्होंने दी बधाई
डा. प्रसाद दंपति की उपलब्धि पर इण्डियन मेडिकल एसोसिएशन की प्रेसिडेंट डॉ. विनीता पूरी, सचिव डॉ. हरीश देवेदी , कोषाध्यक्ष डॉ. राजेश व डॉ. शिल्पी अग्रवाल व आईएमए के सभी डॉक्टर्स ने डॉ. हरिओम व डॉ. ऋतु को बधायी दी। रोटरी क्लब के असिस्टेंट गवर्नर नितिन गुप्ता, अध्यक्ष संजय अग्रवाल, सचिव संजीव शर्मा व कोषाध्यक्ष पवन नागपाल, इनरव्हील क्लब ऋषिकेश की अध्यक्षा सीमा अग्रवाल, सचिव सुलोचना महंत व कोषाध्यक्ष मानवी खट्टर,रोटरी दिवस से अध्यक्ष रेखा गर्ग व सचिव तनु जैन ने भी प्रसाद दंपति को बधाई दी।