Salher Fort: साल्हेर किले का क्या है इतिहास, जानने के लिए पढ़ें

इस किले की ऊँचाई लगभग 1,100 मीटर है, जिससे यह आसपास के क्षेत्रों पर एक प्रभावशाली नजर डालता है।

43

Salher Fort: महाराष्ट्र (Maharashtra) राज्य के पश्चिमी घाटों (Western Ghats) में स्थित साल्हेर किला (Salher Fort) एक ऐतिहासिक और रणनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण किला है, जो समृद्ध इतिहास और कड़ी किलाबंदी के लिए प्रसिद्ध है।

यह किला नासिक जिले (Nashik District) के सिन्नर तालुका (Sinnar Taluka) में स्थित है और इस किले की ऊँचाई लगभग 1,100 मीटर है, जिससे यह आसपास के क्षेत्रों पर एक प्रभावशाली नजर डालता है। साल्हेर किला भारतीय इतिहास और किलाबंदी के शौकिनों के लिए एक प्रमुख आकर्षण केंद्र बन चुका है।

यह भी पढ़ें- Pawan Singh: बिहार विधानसभा चुनाव लड़ेंगे भोजपुरी स्टार, बीजेपी के विकल्प पर जानें क्या कहा

इतिहास और महत्व
साल्हेर किले का निर्माण 16वीं शताब्दी के आसपास हुआ था, और इसे आदिल शाह के शासनकाल में प्रमुख किलों में से एक माना जाता है। यह किला अपनी भव्य किलाबंदी और रणनीतिक स्थिति के लिए प्रसिद्ध है। किले की संरचना और उसके चारों ओर की खाइयों ने इसे दुश्मन की सेना के लिए एक मजबूत किला बना दिया था। किले का ऐतिहासिक महत्व भी इस तथ्य से जुड़ा हुआ है कि यह किला छत्रपति शिवाजी महाराज के समय में मराठा साम्राज्य का हिस्सा बना। शिवाजी महाराज ने इसे अपनी सैन्य रणनीतियों के लिए उपयोग किया और इस किले ने कई महत्वपूर्ण युद्धों का गवाह बनने का गौरव प्राप्त किया।

यह भी पढ़ें- Maharashtra: अबू आजमी को औरंगजेब प्रेम पड़ा महंगा, विधानसभा में हुई यह कार्रवाई

किला की संरचना
साल्हेर किला चारों ओर से ऊँची चट्टानों और पहाड़ी क्षेत्रों से घिरा हुआ है, जिससे इसे एक प्राकृतिक सुरक्षा मिली है। किले की बाहरी दीवारें मजबूत और टिकाऊ हैं, और किले के भीतर कई महत्वपूर्ण संरचनाएँ हैं, जैसे मंदिर, पानी के टैंक और बैरक। किले की परिधि में कड़े सुरक्षा प्रबंध किए गए थे, जो यह सुनिश्चित करते थे कि दुश्मन आसानी से किले में प्रवेश न कर सके। किले के अंदर एक पुराना महल भी है, जिसे अब खंडहर में तब्दील हो चुका है।

यह भी पढ़ें- Steve Smith retirement: स्टीव स्मिथ ने लिया वनडे से संन्यास, जानें क्या बताया कारण

प्राकृतिक सौंदर्य और ट्रेकिंग
साल्हेर किला केवल ऐतिहासिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य के कारण भी एक प्रमुख पर्यटन स्थल है। किले से देखने पर आसपास के पहाड़ों और हरियाली का दृश्य बेहद आकर्षक है। यहाँ ट्रेकिंग करने का अनुभव भी बेहद रोमांचक होता है, और हर साल कई साहसिक प्रेमी इस किले तक पहुँचने के लिए ट्रैक करते हैं। किले तक पहुँचने के लिए कई रास्ते हैं, जिनमें से कुछ रास्ते कठिन और चुनौतीपूर्ण हैं, जो ट्रैकर्स के लिए एक रोमांचक अनुभव प्रदान करते हैं।

यह भी पढ़ें- Pakistan: बन्नू में पाकिस्तानी सेना कैंप पर दो आत्मघाती हमला, चार बच्चों सहित 12 लोगों की मौत

किला का संरक्षण और पर्यटन
हालांकि साल्हेर किला अपने भव्य इतिहास और किलाबंदी के कारण प्रसिद्ध है, लेकिन समय के साथ इस किले को कुछ नुकसान भी हुआ है। किले की कुछ संरचनाएँ अब खंडहर में तब्दील हो चुकी हैं। फिर भी, किला आज भी एक प्रमुख पर्यटक स्थल है और महाराष्ट्र के किलों के शौकिनों के लिए यह एक आदर्श स्थल बन चुका है। राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन इस किले के संरक्षण के लिए प्रयासरत हैं और इसे एक प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने की दिशा में काम कर रहे हैं। किले में ट्रैकिंग और पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए कई सुविधाएँ भी प्रदान की जा रही हैं।

यह भी पढ़ें- Tamil Nadu: मुख्यमंत्री स्टालिन ने हिंदी विरोध मामले में फिर दिया बयान, PM मोदी से की यह अपील

ऐतिहासिक धरोहर
साल्हेर किला न केवल एक ऐतिहासिक धरोहर है, बल्कि यह किलाबंदी, सैन्य रणनीति, और प्राकृतिक सौंदर्य का अद्वितीय संगम भी है। यह किला महाराष्ट्र के गौरवमयी इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणा स्रोत बना रहेगा। इतिहास, साहसिकता और सुंदरता के चाहने वाले इस किले की यात्रा अवश्य करें, जो भारतीय किलों की शान और उनकी शक्ति का प्रतीक है।

यह वीडियो भी देखें-

Join Our WhatsApp Community
Get The Latest News!
Don’t miss our top stories and need-to-know news everyday in your inbox.