देश का सेवा निर्यात क्षेत्र काफी बेहतर स्थिति में है। वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के बावजूद चालू वित्त वर्ष में सेवाओं का निर्यात बढ़कर 300 अरब डॉलर के लक्ष्य को पार कर जाएगा। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने मंगलवार को एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि दुनिया में मंदी की आहट, मुद्रास्फीतिक दबाव और जिंसों की ऊंची कीमतों के बावजूद वस्तुओं का निर्यात बेहतर रहा है।
नौ फीसदी बढ़ा निर्यात
उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि इन सब दबावों के बावजूद वित्त वर्ष 2022-23 के पहले नौ महीने अप्रैल-दिसंबर में देश का निर्यात नौ फीसदी बढ़ा है। गोयल ने कहा कि सेवाओं के मामले में हम निर्यात में कम से कम 20 फीसदी की वृद्धि दर्ज करेंगे, जो 300 अरब डॉलर के लक्ष्य को पार कर जाएगा। केंद्रीय वाणिज्य मंत्री ने कहा कि भारत और ब्रिटेन के बीच प्रस्तावित मुक्त व्यापार समझौते (एफटीए) के लिए जारी बातचीत में इस बात पर ध्यान दिया जा रहा है कि दोनों देशों को क्या स्वीकार्य है। इसके साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि संवेदनशील मुद्दों पर चर्चा को बाधित नहीं होने दिया जाए।
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आयात में हुआ इजाफा
वित्त वर्ष 2022-23 में अप्रैल-दिसंबर के दौरान कुल निर्यात नौ फीसदी बढ़कर 332.76 अरब डॉलर हो गया, जबकि आयात भी 24.96 फीसदी बढ़कर 551.7 अरब डॉलर रहा है। चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीने में व्यापार घाटा बढ़कर 218.94 अरब डॉलर हो गया है, जो इससे पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में 136.45 अरब डॉलर रहा था। हालांकि, पिछले वित्त वर्ष में देश का वस्तुओं का निर्यात 422 अरब डॉलर के अपने सर्वकालिक उच्चस्तर पर पहुंच गया था।