महाराष्ट्र के राजभवन में शिखर सावरकर पुरस्कार 2023 प्रदान, पर्वतारोहण के क्षेत्र की विभूतियों का सम्मान

स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक द्वारा प्रतिवर्ष पर्वतारोहण क्षेत्र की विभूतियों का सम्मान किया जाता है। जिसमें तीन श्रेणियों में पुरस्कार दिया जाता है।

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स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक द्वारा प्रदान किया जानेवाला शिखर सावरकर पुरस्कार 2023 बड़े ही भव्य रूप में महाराष्ट्र के राजभवन में संपन्न हुआ। राज्यपाल रमेश बैस के करकमलों से तीन पुरस्कार वितरित किये गए, जिसमें पर्वतारोहण के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान के लिए शिखर सावरकर जीवन गौरव पुरस्कार 2023, शिखर सावरकर युवा साहस पुरस्कार 2023 और शिखर सावरकर दुर्ग संरक्षण पुरस्कार 2023 का समावेश है।

शिखर सावरकर पुरस्कार तीन श्रेणियों में दिया जाता है। जिसमें शिखर सावरकर जीवन गौरव पुरस्कार 2023 से हरीश कपाड़िया को सम्मानित किया गया। शिखर सावरकर युवा साहस पुरस्कार 2023 से मोहन हुले और शिखर सावरकर दुर्ग संरक्षण पुरस्कार 2023 से दुर्गवीर प्रतिष्ठान को सम्मानित किया गया। यह कार्यक्रम राजभवन के बैंक्वेट हॉल में आयोजित किया गया था। जिसमें राज्यपाल रमेश बैस, स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के पदाधिकारी और सदस्य समेत बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।

सम्मानित विभूतियों का परिचय

शिखर सावरकर जीवन गौरव पुरस्कार 2023: इस वर्ष शिखर सावरकर जीवन गौरव पुरस्कार 2023 से सम्मानित होनेवाले हरीश कपाड़िया पर्वतारोही के रूप में असंख्य सफलतम् अभियान और पर्वतारोहण क्षेत्र के प्रचार-प्रसार, प्रशिक्षण कार्य, पुस्तक-पत्रिकाओं के माध्यम से ज्ञान संवर्धन के लिए पांच दशकों से अधिक काल से सेवा कर रहे हैं। वे हिमालय के शिखरों की 178 यात्राएं कर चुके हैं, 34 अभियानों को सफलतापूर्वक पूर्ण किया और 130 से अधिक चढ़ाइयां सफलतापूर्वक पूरी की हैं। सह्याद्री पर्वत मालाओं की 1200 से अधिक और पंचमढ़ी पर्वत मालाओं पर 29 चढ़ाइयां पूरी की हैं। पांच दशकों से अधिक काल के आपके पर्वतारोहण के अनुभव, इस क्षेत्र के विकास में बड़ी उपलब्धि है। आप पर्वतारोहण के विभिन्न प्रशिक्षण संस्थानों से संलग्न हैं।

शिखर सावरकर दुर्ग संरक्षण पुरस्कार 2023: दुर्ग संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्यों के लिए ‘शिखर सावरकर दुर्ग संरक्षण पुरस्कार २०२३’ से ‘दुर्गवीर प्रतिष्ठान’ को सम्मानित किया गया। दुर्गवीर प्रतिष्ठान, महाराष्ट्र के सह्याद्री पर्वत शृंखलाओं में बसे ऐतिहासिक दुर्गों के संरक्षण के लिए कार्य करती है। दुर्गों के संवर्धन, स्वच्छता कार्य, पर्यटकों की सुविधाओं के विकास और ऐतिहासिक महत्व को वर्तमान पीढ़ी तक ले जाने का कार्य दुर्गवीर प्रतिष्ठान कर रहा है।

शिखर सावरकर युवा साहस पुरस्कार 2023: पर्वतारोहण के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए वर्ष 2023 से मोहन हुले को सम्मानित किया गया। वे प्रशिक्षित युवा पर्वतारोही हैं, जो नई पीढ़ी के पर्वतारोहियों के प्रशिक्षण का कार्य भी करते हैं। मोहन हुले दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में दुर्घटनाओं को कम करने के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं, इसके साथ ही दुर्घटनाओं में प्रभावित लोगों की सहायता भी आप करते रहे हैं। वे राजस्थान के माउंट आबू में स्थित स्वामी विवेकानन्द पर्वतारोहण संस्थान में अतिथि प्रशिक्षक के रूप में कार्य कर रहे हैं।

बड़ी संख्या में उपस्थिति
राजभवन के बैंक्वेट हाल में आयोजित कार्यक्रम में महाराष्ट्र के राज्यपाल रमेश बैस प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित थे। स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक की ओर से कार्याध्यक्ष रणजीत सावरकर, कोषाध्यक्ष मंजिरी मराठे, कार्यवाह राजेंद्र वराडकर और सह कार्यवाह स्वप्निल सावरकर समेत बड़ी संख्या में सदस्य और वीर सावरकर के अनुयायी उपस्थित थे।

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