अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि यह दिवस देशों की नियति को आकार देने में लोगों की शक्ति को मान्यता देता है। संसदीय मूल्यों को मजबूत करने के मिशन के साथ भारतीय संसद दुनिया भर के लोकतंत्र के लिए मार्गदर्शक की भूमिका निभा रही है।
ओम बिरला ने किया ट्वीट
ओम बिरला ने ट्वीट किया है- ग्लोबल वार्मिंग, मरुस्थलीकरण, ई-कचरा और पर्यावरणीय गिरावट मानवता के लिए खतरा हैं। केवल दुनिया भर की संसद ही बातचीत के माध्यम से इन समस्याओं का स्थायी समाधान कर सकती हैं। विधायी निकायों के सदस्यों के रूप में, आइए हम सभी के लिए एक बेहतर दुनिया बनाने के लिए खुद को प्रतिबद्ध करें।
30 जून को अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस
उल्लेखनीय है कि अंतरराष्ट्रीय संसदीय दिवस हर साल 30 जून को मनाया जाता है। यह दिवस लोकतांत्रिक सदनों की उन प्रक्रिया को सशक्त बनाने के लिए मनाया जाता है जिनके द्वारा सरकारें दुनिया भर के लोगों के रोजमर्रा के जीवन को बेहतर बनाती हैं। राष्ट्र विकास, सुरक्षा एवं सुशासन को सुनिश्चित करती है।