शरद पवार के घर प्रदर्शन, एसटी कर्मियों के नेता को पुलिस अपने साथ ले गई

राज्य परिवहन के कर्मियों को न्यायालय ने 22 अप्रैल तक कार्य पर हाजिर होने का समय दिया है। न्यायालय के निर्णय आंदोलनकारी कर्मचारियों और उनके नेता गुणरत्न सदावर्ते ने स्वागत किया है।

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राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी सुप्रीमो शरद पवार के घर प्रदर्शन के प्रकरण में राज्य परिवहन (एसटी) कर्मचारियों के नेता गुणरत्न सदावर्ते को पुलिस अपने साथ ले गई है। पुलिस को पूरा सहयोग करते हुए सदावर्ते पुलिस के साथ घर से निकल गए, लेकिन जाते-जाते उन्होंने कहा कि, उनकी जान को खतरा है।

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष शरद पवार के मुंबई स्थित आवास पर शुक्रवार को एसटी महामंडल के कर्मचारियों ने जोरदार प्रदर्शन किया था। इस दौरान एसटी कर्मचारियों ने सिल्वर ओक पर चप्पल भी फेंके। मुंबई पुलिस ने इन सभी प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लेकर छोड़ दिया है। गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने इस मामले में कठोर कार्रवाई का आदेश दिया है।

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सुप्रिया सुले ने शांत करने का किया प्रयत्न
प्रदर्शन के दौरान शरद पवार, उनकी धर्मपत्नी प्रतिभा ताई पवार व उनका पोता घर में थे। इसकी जानकारी मिलते ही शरद पवार की सांसद बेटी सुप्रिया सुले घटनास्थल पर पहुंची और उन्होंने प्रदर्शनकारियों से कहा कि चर्चा के माध्यम से अपनी समस्याओं को सुलझाएं। इस तरह किसी के घर पर हमला करना ठीक नहीं है। प्रदर्शन कारियों ने कहा कि उनका आंदोलन पिछले 4 महीने से चल रहा है, लेकिन उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है। इसी वजह से उन्होंने शरद पवार के आवास पर प्रदर्शन किया है।

ऐसा है प्रकरण
एसटी महामंडल के कर्मचारी पिछले 4 महीने से राज्य सरकार की सेवा में शामिल करने के लिए आंदोलन कर रहे हैं। गुरुवार को इस मामले में हाईकोर्ट ने एसटी कर्मचारियों को राज्य सरकार जैसी सुविधा देने का आदेश दिया, इसके बाद एस टी कर्मचारियों ने हाईकोर्ट के निर्णय का स्वागत किया था लेकिन एसटी कर्मचारियों के वकील गुणरत्न सदावर्ते ने हाईकोर्ट का निर्णय पढ़ने के बाद प्रदर्शन वापस लेने की घोषणा की थी।

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