अब यहां 3डी फॉर्मेट में देखिए, उन वीर सैनिकों की कहानियां, जो लौट के घर न आए !

वर्चुअल म्यूजियम में वीरता पुरस्कार विजेताओं की बहादुरी की कहानियों को दर्शाने वाला एक वॉर रूम भी शामिल है। प्रेरणादायक वीडियो और प्रदर्शनी उपकरण का संग्रह भी इस म्यूजियम का एक हिस्सा है।

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 देश की रक्षा में जान देने वाले वीर सैनिकों के बलिदान की कहानियों को अब रक्षा मंत्रालय के वीरता पुरस्कार पोर्टल पर देखा जा सकेगा। स्वतंत्रता के 75 साल पूरे होने पर ”आजादी का अमृत महोत्सव” के हिस्से के रूप में 20 जनवरी को रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट ने एक इंटरैक्टिव वर्चुअल म्यूजियम का उद्घाटन किया।

रक्षा मंत्रालय के वीरता पुरस्कार पोर्टल (https://www.gallantryawards.gov.in/) पर इस वर्चुअल म्यूजियम में वीरता पुरस्कार विजेताओं की प्रतिबद्धता तथा उनकी बलिदानी कहानियों को एक साथ रखा गया है। इसमें 3-डी वॉक थ्रू एक्सपीरियंस, गैलरी बिल्डिंग, लॉबी, वॉल ऑफ फेम, वॉर मेमोरियल का दर्शन, वॉर रूम, रिसोर्स सेंटर, सेल्फी बूथ और प्रदर्शन उपकरण आदि शामिल हैं।

संयुक्त रुप से विकसित
वर्चुअल म्यूजियम को रक्षा मंत्रालय, सोसाइटी ऑफ इंडियन डिफेंस मैन्युफैक्चरर्स (एसआईडीएम), इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और भास्कराचार्य नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर स्पेस एप्लिकेशन एंड जियो-इंफॉर्मेटिक्स ने संयुक्त रूप से विकसित किया है।

युवाओं को मिलेगी प्रेरणा
वर्चुअल म्यूजियम का उद्घाटन करने के बाद रक्षा राज्यमंत्री ने कहा कि यह म्यूजियम राष्ट्र की सेवा में सर्वोच्च त्याग करने   वाले देश के बहादुरों की कहानियों को लोगों तक पहुंचाएग, जिससे खासकर युवाओं को प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि यह वर्चुअल म्यूजियम अधिक से अधिक लोगों को वीरता पुरस्कार पोर्टल पर आने के लिए प्रोत्साहित करेगा। साथ ही युवाओं को आगे आकर सशस्त्र बलों में शामिल होने के लिए प्रेरित करेगा। मंत्री अजय भट्ट ने कहा कि सैनिक प्रेरणास्रोत बनकर युवा पीढ़ी को देशभक्ति का संदेश देते हैं। उन्होंने स्वदेशी अनुसंधान एवं विकास को बढ़ावा देने तथा रक्षा उपकरणों के निर्माण के लिए एसआईडीएम की सराहना करते हुए कहा कि उद्योग जगत ”आत्मनिर्भर भारत” के लक्ष्य तक पहुंचने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।

वर्चुअल म्यूजियम विकसित करने के लिए बधाई
इस अवसर पर रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार ने कम समय में वर्चुअल म्यूजियम विकसित करने के लिए एसआईडीएम और अन्य सभी हितधारकों को बधाई दी। उन्होंने विश्वास व्यक्त करते हुए कहा कि यह म्यूजियम वीरता पुरस्कार पोर्टल के उद्देश्य को बढ़ावा देने में एक लंबा सफर तय करेगा, जो देश के बहादुरों के बलिदान एवं बहादुरी के कार्यों के बारे में युवाओं में जागरुकता बढ़ाने के लिए विकसित किया गया है। डॉ. अजय कुमार ने वीर गाथा परियोजना का विशेष उल्लेख किया, जिसमें देश भर के आठ लाख से अधिक छात्रों ने भाग लिया। निबंधों, कविताओं, रेखाचित्रों एवं मल्टीमीडिया प्रस्तुतियों के माध्यम से अपनी प्रेरणादायक कहानियों को साझा करनेवाले 25 छात्रों को विजेता घोषित किया गया है। उन्हें गणतंत्र दिवस समारोह के हिस्से के रूप में सम्मानित किया जाएगा।

वॉर रूम भी शामिल
वर्चुअल म्यूजियम में वीरता पुरस्कार विजेताओं की बहादुरी की कहानियों को दर्शाने वाला एक वॉर रूम भी शामिल है। प्रेरणादायक वीडियो और प्रदर्शनी उपकरण का संग्रह भी इस म्यूजियम का एक हिस्सा है। इसमें सेल्फी बूथ भी बनाया गया है जहां आगंतुक अपनी मनपसंद पृष्ठभूमि छवि के साथ एक सेल्फी क्लिक कर सकते हैं।

ये रहे उपस्थित
इस कार्यक्रम में वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी, नौसेना प्रमुख एडमिरल आर. हरि कुमार, उप थल सेनाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल सीपी मोहंती और एसआईडीएम के अध्यक्ष एसपी शुक्ला ने भी वर्चुअल तौर पर भाग लिया।

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