कुछ दिन पहले धरान शहर में हुए गौहत्या के विरोध में 9 सितंबर को राजधानी काठमांडू में हजारों लोगों ने सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया है। नेपाल के विश्व हिन्दू परिषद के आह्वान पर लोगों ने गौहत्या करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है।
विहिप नेपाल सहित नेपाल में कार्यरत करीब दो दर्जन धार्मिक संघ संस्था इस प्रदर्शन में सहभागी हुए। काठमांडू के माईतीघर मण्डला से लेकर संसद भवन रहे नया बानेश्वर क्षेत्र तक पैदल मार्च किया। प्रदर्शनकारियों ने नेपाल में गौहत्या कानून को सख्ती से लागू करने और नेपाल को पुन: हिन्दू राष्ट्र के रूप में संवैधानिक मान्यता देने की भी मांग की।
सचेत करने के लिए निकाली गई रैली
विश्व हिन्दू परिषद के राष्ट्रीय संगठन महासचिव प्रह्लाद रेग्मी ने बताया कि नेपाल में सनातन धर्म और संस्कृति के खिलाफ चौतरफा प्रहार होने के कारण सचेत कराने के लिए इस रैली का आयोजन किया गया था। उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले गौहत्या कर सामूहिक भोज करते हुए उसका वीडियो सोशल मीडिया पर डाला गया था, जिससे नेपाल का पूरा हिन्दू समाज उद्वेलित है।
गौहत्या प्रतिबंधित होने के बावजूद खुलेआम कत्लेआम
विहिप नेपाल के महासचिव जीतेन्द्र सिंह ने कहा कि नेपाल में गौहत्या कानूनी रूप से प्रतिबन्धित होने के बावजूद खुलेआम इसे अंजाम देने और उसके विरोध में हिन्दू समाज को प्रदर्शन करने भी न देने से समाज में आक्रोश बढ़ रहा है। धरान में गौहत्या के विरोध में हिन्दुओं के विरोध प्रदर्शन को रोकने के लिए स्थानीय प्रशासन ने कर्फ्यू तक लगा दिया था।