महाराष्ट्र में 22 जनवरी को 416 नए ओमिक्रोन संक्रमित मिले हैं लेकिन राहत की बात यह है कि 1225 मरीज स्वस्थ हुए हैं। राज्य में इस समय 1534 संक्रमितों का इलाज जारी है। वर्तमान में ओमिक्रोन संक्रमितों की कुल संख्या 2759 है।
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने बताया कि 22 जनवरी मुंबई में 321, नागपुर में 62, पुणे शहर में 13, वर्धा में 12, अमरावती में 6, भंडारा व नासिक में 1-1 इस तरह कुल 416 नए ओमिक्रोन संक्रमित पाए गए हैं। सूबे में पाए गए कुल 2759 ओमिक्रोन संक्रमितों में 1534 का इलाज जारी है।
ताजा स्थिति
महाराष्ट्र के मुंबई में 1009, पुणे शहर में 1002, नागपुर 178, पिंपरी-चिंचवड़ में 118, पुणे ग्रामीण में 62, सांगली 59, मीरा भायंदर में 52,ठाणे शहर में 50, अमरावती में 31, औरंगाबाद में 20,कोल्हापुर में 19, पनवेल में 18,सातारा में 15, नई मुंबई व वर्धा में 13-13, उस्मानाबाद ,कल्याण -डोंबिवली व आकोला में 11-11, सोलापुर में 10, वसई -विरार में 7 ,बुलढ़ाणा में 6,भिवंडी निमाजपुर व नासिक में 5-5, अहमदनगर में 4, नांदेड़, उल्हासनगर, जालना, गोंदिया, परभणि व लातुर में 3-3, गडचिरोली, नंदूरबार , भंडारा रायगढ़ व जलगांव में 2-2, वर्धा , बीड़ में 1 व अन्य राज्य का 1 ओमिक्रोन संक्रमित पाए गए हैं।
नियमों का पालन की अपील
राजेश टोपे ने कहा कि राज्य में ओमिक्रोन संक्रमितों तथा कोरोना संक्रमितों का प्रभावी तरीके से इलाज जारी है। इसलिए नागरिकों को घबराने की बजाय कोरोना नियमावली का कठोरता से पालन करना चाहिए।
कोरोना की वर्तमान स्थिति
महाराष्ट्र में 22 जनवरी को 46,393 कोरोना के नए संक्रमित मरीज मिले हैं तथा 24 घंटे में 48 कोरोना मरीजों की मौत हुई है। सूबे में कोरोना के कुल 27,9930 मरीजों का इलाज जारी है। इनमें मुंबई में 17497 एक्टिव कोरोना मरीज शामिल हैं। नागपुर मंडल मे 6394 नए कोरोना संक्रमित मिले हैं और 1 की कोरोना से मौत हुई है।
30795 मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर लौटे
स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने पत्रकारों को बताया कि राज्य में 30795 कोरोना मरीज पूरी तरह स्वस्थ होकर अपने घर लौटे हैं। राज्य में अब तक 73174656 लोगों की कोरोना जांच की गई। इनमें से 7466420 कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। इनमें से 7040618 कोरोना संक्रमित पूरी तरह से स्वस्थ होकर अपने घर लौट चुके हैं। राज्य में अब तक 142071 कोरोना संक्रमितों की मौत हो चुकी है। सूबे में कोरोना से ठीक होने का औसत 94.30 प्रतिशत और मौत का औसत 1.90 प्रतिशत है।