उत्तर पूर्वी क्षेत्र में कौशल विकास के लिए कौशल विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित ‘ट्रांसफॉर्मिंग लाइव्स, बिल्डिंग फ्यूचर्स’ – नॉर्थ ईस्ट ‘ कार्यक्रम में उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्री जी किशन रेड्डी ने कहा कि यह कार्यक्रम क्षेत्र के 2.5 लाख युवाओं के लिए गेम चेंजर साबित होगा और उत्तर पूर्व क्षेत्र की आकांक्षाओं और सपनों को भी नए पंख लगाएगा।
उन्होंने आगे कहा कि यह पहल न केवल युवाओं को घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय नौकरी बाजार में एक विशिष्ट स्थान प्रदान करेगी, बल्कि उद्यमियों को उत्तर पूर्व को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए भी सशक्त बनाएगी।
जी. किशन रेड्डी ने कहा कि क्षेत्र में एक मजबूत कौशल और उद्यमिता ईकोसिस्टम स्थापित करने से कृषि, बागवानी, पर्यटन, सेवाओं, आईटी आदि क्षेत्रों में क्षेत्र की अपार संभावनाओं का दोहन करने में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि एक कुशल और प्रतिभाशाली कार्यबल पूर्वोत्तर क्षेत्र को भारत के विकास इंजन के रूप में विकसित करने में महत्वपूर्ण होगा।
रेड्डी ने भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृढ़ विश्वास को दोहराया कि भारत उत्तर पूर्वी क्षेत्र के विकास के बिना विकास नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि पिछले 9 वर्षों में कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचे में अग्रणी प्रयास किए गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि पिछले 9 वर्षों में 5 लाख करोड़ से अधिक खर्च किए गए हैं, जिससे उत्तर पूर्वी क्षेत्र में अभूतपूर्व विकास की गति तेज हो गई है।
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