देश के आदिवासी क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर धर्मांतरण किए जाने के मामले प्रकाश में आते रहते हैं। अब इस तरह के धर्मांतरण को रोकने के लिए जनजातीय सुरक्षा मंच ने देशव्यापी अभियान शुरू किया है। मंच के राष्ट्रीय संयोजक और पूर्व मंत्री गणेश राम भगत के नेतृत्व में शुरू किए गए इस अभियान की घोषणा जनजातीय सुरक्षा मंच के पदाधिकारियों व राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सह कार्यवाहक रामदत चक्रधर और पूर्व लोकसभा उपाध्यक्ष करिया मुंडे के साथ चर्चा के बाद की गई।
सुरक्षा मंच ने धर्मांतिरत आदिवासियों को आरक्षण समेत सभी तरह की सुविधाओं से वंचित करने व आदिवासी हिंदू नहीं है, जैसे दुष्प्रचार के खिलाफ समुदाय को जागरुक करने का भी लक्ष्य रखा है।
वाराणसी में की गई घोषणा
वाराणसी कल्याण आश्रम के चिकित्सालय के नामकरण समारोह में शामिल हेने के लिए जशपुर आए रामदत्त चक्रधर, करिया मुंडा, भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष एचके नागु और गणेश राम भगत की उपस्थिति में हुई बैठक में उक्त अभियान की घोषणा की गई।
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विभिन्न मुद्दों पर जताई गई चिंता
बैठक में विभिन्न मुद्दों को लेकर और पिछले कुछ समय से जनजातीय समाज में दुष्प्रचार कर वर्षों से चली आ रही पंरपरा और रीतियों को तोड़ने के प्रयास पर चिंता जताई गई। इस दौरान खासकर आदिवासियों के लिए एक अलग से कालम की मांग को लेकर चर्चा की गई। इसके बाद बैठक में राष्ट्रीय स्तर पर शुरू किए गए इस अभियान की कमान मंच के राष्ट्रीय संयोजक गणेश राम भगत को सौंप दी गई।