ये बात उन कुरीतियों की है जिनसे धर्म का कोई संबंध नहीं है। बल्कि अज्ञान के अंधेरे में ये पनपती हैं और पीढ़ियों को अज्ञानता के फल देती हैं। ऐसे ही एक अज्ञान की बात पंजाब के जालंधर में घटी है। जहां एक शिक्षिका ने अपने नाबालिग छात्र से अपने एक दोष निवारण के नाम पर विवाह कर लिया। ये सब हुआ एक अज्ञानता की सलाह के कारण।
दरअसल, शिक्षिका के विवाह में बाधाएं आ रही थीं। इसलिए उसे किसी ने मांगलिक दोष खत्म करने की सलाह दी थी। जिसके लिए सलाह थी कि शिक्षिका को किसी नाबालिग से विवाह करना होगा। इसके लिए शिक्षिका ने अपने ही छात्र को चुन लिया।
ये भी पढ़ें – आते ही चल गई मुंबई पुलिस आयुक्त की लाठी
ऐसे कर दिया महापाप
अपने मांगलिक दोष को खत्म करने के लिए शिक्षिका ने छात्र के घरवालों से कह दिया कि उनके बच्चे को एक सप्ताह तक पढ़ाई के लिए उसके घर रहना होगा। छात्र के घरवाले भी विश्वास के कारण तैयार हो गए। इस बीच शिक्षिका ने अपने इस नाबालिग छात्र के साथ विवाह की सभी रस्में पूरी की। हल्दी, विवाह आदि और फिर विवाह तोड़ दिया।
ऐसे खुली पोल
छात्र जब एक सप्ताह बाद अपने घर पहुंचा तो उसने सारी घटना परिजनों से बताई। तब परिजनों ने इस घटना की सूचना पुलिस को दी और मामला दर्ज कराया। मामला दर्ज कराने की सूचना जैसे ही शिक्षिका को लगी उसने पुलिस थाने की दौड़ लगा दी और मामले को रफादफा करने की कोशिश करने लगी। इस बीच छात्र के परिवारवालों को दबाने की भी कोशिश होती रही।