Metro: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 14 फरवरी को कानपुर में एक विद्यालय के दीक्षांत समारोह में कहा कि विज्ञान के बेहतर प्रयोग से ही देश की तरक्की हो सकती है। वे कहीं भी जाते हैं तो छात्रों से यह बात जरूर कहते हैं कि जिस देश का युवा ज्ञानवान होगा वही आगे बढ़ेगा। हाल ही में हम मलेशिया से एक तकनीक लेकर आए, जिसको प्रधानमंत्री ने समझा और फौरन अधिकारियों को मेरे पास भेजा। अधिकारियों ने पास भी कर दिया। इस तकनीक से एक ही पिलर पर फ्लाईओवर के ऊपर फ्लाईओवर और उसके ऊपर मेट्रो चलाएंगे। इस तकनीक की एक और खासियत है कि पिलर की दूरी जो अभी 30 मीटर है, वह 120 मीटर हो जाएगी। इस प्रकार इस तकनीक से मेट्रो के पहले चरण में 40 हजार करोड़ रुपये की बचत होगी।
फ्लाईओवर के ऊपर फ्लाईओवर और उसके ऊपर मेट्रो चलाने का प्लान
केंद्रीय मंत्री गडकरी ने किदवई नगर स्थित बृहस्पति महिला महाविद्यालय के दीक्षांत समारोह में अपने संबोधन में कहा कि हम नई तकनीक पर काम कर रहे हैं। आने वाले समय में हम फ्लाईओवर के ऊपर फ्लाईओवर और उसके ऊपर मेट्रो चलाएंगे। इस तकनीक से न सिर्फ पैसे की बचत होगी, बल्कि यातायात व्यवस्था में बड़ा सुधार होगा। उन्होंने कहा कि गांधी जी कहते थे कि हर व्यक्ति जीवनभर शिक्षार्थी ही रहता है। ज्ञान का कितना भी अध्ययन किया जाए, वह कभी समाप्त नहीं होता।
गडकरी ने अपने छात्र जीवन को किया याद
गडकरी ने अपने छात्र जीवन के दिनों को याद कर कहा कि उन्हें अपनी जिंदगी में काफी अच्छे शिक्षक मिले। हालांकि दुर्भाग्य भी रहा कि 1975 में जब वे मैट्रिक में पढ़ रहे थे, इमरजेंसी लग गई। इस दौरान उन्होंने जयप्रकाश नारायण के आंदोलन से जुड़ गएा। शायद यही वजह रही कि वे आगे इंजीनियरिंग नहीं कर सके। इससे मेरे स्वजन और रिश्तेदार काफी नाराज हुए, लेकिन वें कभी निराश नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि हमें हर रोज कुछ न कुछ नया सीखने को मिलता है। इसलिए मैं छात्र-छात्राओं से यही कहना चाहूंगा कि आप विज्ञान का प्रयोग करके अपने देश को यशस्वी बना सकते हैं।
सचेंडी अंडरपास का वर्चुअल उद्घाटन
एयरपोर्ट पहुंचने पर केंद्रीय मंत्री गडकरी का भाजपा नेताओं ने स्वागत किया। यही से केंद्रीय मंत्री गडकरी ने 22 करोड़ रुपये की लागत से बने सचेंडी अंडरपास का वर्चुअल उद्घाटन किया। यह 30 मीटर चौड़ा और साढे़ पांच मीटर ऊंचा है, जिससे ट्रक, ट्राला आदि आसानी से मुड़कर निकाल सकेंगे। इसका निर्माण कानपुर-इटावा राष्ट्रीय राजमार्ग में सचेंडी गांव के सामने किया गया है। ग्रामीणों और वाहन चालकों ने इस अंडरपास के बनने से बहुत राहत मिलने की बात कही।