देश में कोरोना महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों को पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन के तहत 4,345 बच्चों को आर्थिक मदद दी जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 30 मई को कोरोना महामारी के कारण अनाथ बच्चों को पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन के तहत आर्थिक सहायता जारी करेंगे।
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार इस योजना के तहत सरकार को 23 राज्यों के 611 जिलों से 9,042 आवेदन प्राप्त हुए थे। इनमें से 4,345 आवेदन स्वीकृत किए गए। इस योजना के तहत केन्द्र सरकार बच्चों के खाने-पीने से लेकर उनकी पढ़ाई तक के खर्च को वहन करती है।
29 मई की गई थी शुरुआत
महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने पिछले साल 29 मई को इस योजना की शुरुआत की थी। इसके तहत 11 मार्च, 2020 से 28 फरवरी, 2022 के बीच कोरोना महामारी के कारण अपने माता-पिता, कानूनी अभिभावक, दत्तक माता-पिता या माता-पिता में से किसी एक को खोने वाले बच्चों को आर्थिक मदद प्रदान की जाती है। इसके तहत प्रत्येक बच्चे को 20 हजार रुपये की छात्रवृत्ति दी जाती है।
पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन पासबुक और हेल्थ कार्ड भी दिए जाएंगे
इसके अलावा आयुष्मान भारत-प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत बच्चों को पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन पासबुक और हेल्थ कार्ड भी मुहैया कराया जाएगा। इस योजना के तहत प्रत्येक पीड़ित बच्चे को 10 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। बच्चों को 23 साल की उम्र होने पर यह राशि मिलेगी।
पूरी व्यवस्था करती है सरकार
इसके अलावा अनाथ बच्चों के रहने-खाने के साथ-साथ शिक्षा की भी व्यवस्था सरकार करती है। इन बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए शिक्षा ऋण सरकार देगी। प्रत्येक बच्चे को 5 लाख रुपये का बीमा कवर भी दिया गया है।