केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने तीन राज्यों को पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने इन राज्यों में कोरोना संक्रमण के बढ़ने के कारणों को बताया है। ये कारण केंद्रीय दलों द्वारा संबंधित राज्यों में किये गए निरिक्षण और उसकी रिपोर्ट के आधार पर सामने आए हैं। देश में लगातार पांच दिनों से कोरोना संक्रमण के आंकड़े लगातार एक लाख के ऊपर जा रहे हैं।
रविवार को देश में कोरोना का आंकड़ा 1.52 लाख को छू गया। इसे लक्ष्यित करते हुए सरकार अब अधिक संक्रमण वाले राज्यों को अपनी जांच रिपोर्ट के आधार पर वो जानकारियां दे रही है जिससे संक्रमण को कम किया जा सके। स्वास्थ्य सचिव की चिट्ठी जिन तीन राज्यों को गई है उनमें महाराष्ट्र, पंजाब और छत्तीसगढ़ हैं।
देश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप का कारण समझने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग ने 6 अप्रैल 2021 को 50 मल्टी डिसिप्लीनरी पब्लिक हेल्थ टीम का गठन किया था। इस टीम ने राज्यों में जाकर वहां की स्वास्थ्य सुविधाओं और संक्रमण के कारणों को जाना और एक रिपोर्ट केंद्रीय स्वास्थ्य विभाग को सौंपी। इसके आधार पर केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने महाराष्ट्र, पंजाब और छत्तीसगढ़ को पत्र लिखकर संक्रमण बढ़ने के कारण और उस पर नियंत्रण पाने के लिए सुझाव भी दिये हैं।
महाराष्ट्र: स्वास्थ्य सुविधाओं में कमी
- सातारा, सांगली और औरंगाबाद में कंटेनमेन्ट ऑपरेशन में कमियां, पैरामीटर संतोषप्रद नहीं
- इन्फ्लुएंजा लाइक इलनेस (आएलआई) के मामलों में सक्रिय निगरानी का अभाव
- बुलढाणा, सातारा, औरंगाबाद और नांदेड में मानव संसाधन की कमी, नहीं हो पा रही है कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग
औरंगाबाद, नंदूरबार, यवतमाल, सातारा, पालघर, जलगांव और जालना जिलों में स्वास्थ्य कर्मियों की कमी
सुझाव
स्वास्थ्य कर्मियों की नियुक्ति और ठेके पर लेने के कार्यों में लाएं तेजी
वैक्सीन उपलब्धता पर दें ध्यान
पंजाब: कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग पर दें ध्यान
- कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में लाए तेजी
- लुधियाना, पटियाला में विशेष ध्यान देने की आवश्यकता
- एसएएस नगर, लुधियाना में स्वास्थ्य कर्मियों की कमी
- पटियाला और लुधियाना में गंभीर बीमारियों वाले 45 वर्ष की आयु और 60 वर्ष की आयु से ऊपर के लोगों में टीकाकरण की गति धीमी
छत्तीसगढ़: आवागमन पर नियंत्रण आवश्यक
- कंटेनमेन्ट जोन में आवागमन पर दिशा निर्देशों का पालन करें
- रायपुर, जशपुर में कंटेनमेन्ट जोन के पैरामीटर के पालन में कमियां
- कंटेनमेन्ट जोन और माइक्रो कंटेनमेन्ट जोन के दिशानिर्देशों का पालन आवश्यक
- बालोद, रायपुर, दुर्ग और महासमुंद जिले के अस्पताल में बेड ऑक्यूपेंसी दर अधिक
- जिला प्रशासन बढ़ाए अस्पतालों में संसाधन और लंजिस्टिक