केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने 28 सितंबर को जम्मू-कश्मीर में बन रही एशिया की सबसे लंबी जोजिला सुरंग का निरीक्षण किया। सुरंग खुल जाने के बाद लेह से श्रीनगर की दूरी तीन घंटे कम हो जाएगी। जोजिला सुरंग ऑल वेदर रोड कनेक्टिविटी के तहत बनाई जा रही है। यह एशिया की सबसे लंबी सुरंग है।
केंद्रीय सड़क और परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा, “जोजिला सुरंग का काम युद्ध स्तर पर जारी है। हमें उम्मीद है कि यह 23 दिसंबर तक पूरी हो जाएगी और प्रधानमंत्री 26 जनवरी को इसका उद्घाटन करेंगे।” उन्होंने बताया कि जब मोदी सरकार आई थी तो जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राजमार्ग मात्र 1,695 किमी लंबा था, लेकिन अब यह 2,664 किमी हो गया है।
10,000 करोड़ की परियोजना
गडकरी ने कहा कि इस सुरंग को बनाने में बेहतरीन तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। यह परियोजना लगभग 10,000 करोड़ रुपये की है, जिसमें जेड मोर्चा और नीलग्रह तथा जोजिला सुरंग शामिल हैं। उन्होंने कहा कि शिमला से रोहतांग होते हुए लेह, जोजिला, सोनमर्ग से श्रीनगर तक एक बड़ी सुरंग पर काम चल रहा है। बारिश में साल के छह महीने काम को रोकना पड़ता है। ऐसे में अगले कुछ दिनों में शिमला से श्रीनगर तक परिवहन संभव होगा। नितिन गडकरी ने कहा कि राष्ट्रीय राजमार्ग को सुंदर बनाने के लिए दोनों तरफ फूलों के पौधे लगाए जाएंगे। लोगों को ऐसा महसूस होना चाहिए कि वे फूलों की घाटी में आ रहे हैं।
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तीर्थयात्रियों की यात्रा आसान बनाने का प्रयास
नितिन गडकरी ने कहा, “मैंने बाबा अमरनाथ के दर्शन हेलीकॉप्टर से किए हैं। मैं तीर्थयात्रियों की सुविधा के लिए इस यात्रा को आसान बनाने की कोशिश कर रहा हूं।” केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री ने जोजिला सुरंग का निरीक्षण करने के बाद मीडियाकर्मियों को बताया कि सोनमर्ग की करीब 6.5 किलोमीटर जेड-मोड सुरंग को नीलगढ़ सुरंग और जोजिला सुरंग से जोड़ा जाएगा, जिससे यातायात सुगम होगा। इस क्षेत्र में सुरंग बनने से करीब तीन से चार हजार लोगों को रोजगार मिला है। गडकरी ने कहा कि आगे भी इस क्षेत्र में सुरंग बनने से युवाओं को रोजगार मिलेगा।