यूपी बोर्ड परीक्षा परिणामः हाईस्कूल में 89.78 और इटंरमीडिएट में 75.52 प्रतिशत परीक्षार्थी उत्तीर्ण

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माध्यमिक शिक्षा परिषद, उत्तर प्रदेश (यूपी बोर्ड) के हाईस्कूल और इंटरमीडिएट का परीक्षाफल जारी हो गया है। इस परीक्षा में 12वीं में जहां 75.52 प्रतिशत परीक्षार्थी पास हुए हैं, वहीं 10वीं में 89.78 प्रतिशत विद्यार्थी उत्तीर्ण हुए हैं। सीतापुर की प्रियांशी ने हाईस्कूल में टॉप किया है।

माध्यमिक शिक्षा परिषद्, उत्तर प्रदेश द्वारा संचालित हाईस्कूल एवं इंटरमीडिएट परीक्षा 2023 के परिणाम माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेन्द्र देव और उ.प्र. बोर्ड के सचिव दिब्यकांत शुक्ल ने बोर्ड मुख्यालय पर घोषित किया। उन्होंने बताया कि हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा 16 फरवरी से कुल 8753 परीक्षा केन्द्रों पर शुरू हुई थी। इस वर्ष 58,84,634 परीक्षार्थियों ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा के लिए पंजीकरण कराया था। इसमें 10वीं के 31,66,454 पंजीकृत छात्रों में से 28,63,621 ने परीक्षा दी। इसी प्रकार 12वीं में 27,68,180 पंजीकृत छात्रों में से 25,71,002 छात्रों ने परीक्षा दी। इस प्रकार कुल 4,31,571 छात्रों ने परीक्षा छोड़ दी थी। कक्षा 10 के 2,08,953 छात्र और कक्षा 12 के 2,22,618 छात्र परीक्षा में शामिल नहीं हुए थे।

संस्थागत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 89.25 तथा व्यक्तिगत का 66.47 प्रतिशत
उन्होंने बताया कि हाईस्कूल में संस्थागत परीक्षार्थियों का उत्तीर्ण प्रतिशत 89.25 तथा व्यक्तिगत का 66.47 प्रतिशत तथा इंटर में संस्थागत का 74.60 तथा व्यक्तिगत का 89.46 प्रतिशत है। हाईस्कूल परीक्षा में सम्मिलित प्रदेश के 25,70,987 परीक्षार्थियों में से 13,18,210 बालक तथा 12,52,777 बालिकाएं उत्तीर्ण हुए हैं। इसमें बालकों का उत्तीर्ण प्रतिशत 86.64 तथा बालिकाओं का 93.34 प्रतिशत है। इसी प्रकार इंटर में 25,71,002 परीक्षार्थियों में से 14,07,572 बालक तथा 11,63,430 बालिकाए हैं। इसमें कुल उत्तीर्ण 19,41,717 में 9,76,059 बालक एवं 9,65,658 बालिकाएं हैं। इंटर में बालकों का उत्तीर्ण प्रतिशत 69.34 तथा बालिकाओं का 83 प्रतिशत है। इस प्रकार इस वर्ष भी छात्राओं ने बाजी मारी है।

258 केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं का किया गया मूल्यांकन 
हाईस्कूल की परीक्षा तीन मार्च और इंटरमीडिएट की चार मार्च को सम्पन्न हुई। इसके बाद 18 मार्च से प्रदेशभर में 258 केंद्रों पर उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य शुरू कराया गया। कुल 3.19 करोड़ उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन एक अप्रैल तक कराया जाना था, लेकिन बोर्ड ने पहली बार परीक्षकों को प्रशिक्षण देकर मूल्यांकन शुरू कराया। इसके चलते यह कार्य तय समय से एक दिन पहले यानी 31 मार्च को ही सम्पन्न हो गया। मूल्यांकन के लिए 1,43,933 परीक्षक लगाए थे।

टूटा 30 वर्षों का रिकॉर्ड
सचिव ने बताया कि इस बार यूपी बोर्ड वर्ष 2023 की हाईस्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षा बिना पुनर्परीक्षा कराए सम्पन्न कराकर करीब 30 वर्ष का रिकार्ड तोड़ चुका है। हाई स्कूल की परीक्षा में पहली बार प्रत्येक विषय में 20 अंक की परीक्षा ओएमआर शीट पर कराई गई है। इस शीट का मूल्यांकन उ.प्र. बोर्ड ने परीक्षा के दौरान ही शुरू करा दिया था। इसकी निगरानी का कार्य सभी क्षेत्रीय कार्यालयों के अपर सचिवों को सौंपा गया था।

यूपी बोर्ड के परीक्षाफल का इंतजार समाप्त
यूपी बोर्ड के परीक्षा परिणामों का लोग काफी समय से इंतजार कर रहे थे। आखिर विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों का इंतजार समाप्त हुआ और परिणाम घोषित हो गए।

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