अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी चीन की धमकी के बावजूद ताइवान के दौरे पर पहुंच गईं। उन्होंने जोर देकर कहा कि ताइवान के साथ पूरा अमेरिका खड़ा है। अमेरिका अपने वादे से पीछे नहीं हटेगा। इस घटनाक्रम से बौखलाए चीन ने पेलोसी के ताइवान दौरे को ‘बेहद खतरनाक’ बताया है।
नैंसी पेलोसी ने ताइवान के राष्ट्रपति के साथ संयुक्त बयान भी जारी किया है। उन्होंने कहा कि हम यहां आपकी बात सुनने और आपसे सीखने के लिए हैं कि हम एक साथ कैसे आगे बढ़ सकते हैं। हम आपको कोविड के मुद्दे को सफलतापूर्वक संबोधित करने के लिए बधाई देते हैं। यह स्वास्थ्य, अर्थव्यवस्था, सुरक्षा और शासन का मुद्दा भी है।
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नैंसी पेलोसी ने 3 अगस्त को ताइवान की संसद को बताया कि अमेरिकी चिप बिल उद्योग में यूएस-ताइवान सहयोग के लिए एक अच्छा अवसर प्रदान करेगा। पेलोसी ने यह भी कहा कि वह ताइवान के साथ संसदीय आदान-प्रदान बढ़ाना चाहती हैं।
ताइवान दौरे पर अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैंसी पेलोसी ने कहा कि हमें इस बारे में बातचीत की प्रतीक्षा है कि कैसे हम मिलकर इस ग्रह को जलवायु संकट से बचाने के लिए काम कर सकते हैं। हम आपके नेतृत्व के लिए धन्यवाद करते हैं और चाहते हैं कि दुनिया इसे पहचाने। हमारी यात्रा मानवाधिकारों, अनुचित व्यापार प्रथाओं, सुरक्षा मुद्दों को लेकर है।
उल्लेखनीय है कि पेलोसी के दौरे से एक दिन पहले ही चीन ने अमेरिका को चेतावनी देते हुए था कहा कि अगर वह ताइवान का दौरा करती हैं तो अमेरिका कीमत चुकाने के लिए तैयार रहे। राजनयिक पर्यवेक्षकों का मानना है कि बीजिंग पेलोसी की यात्रा को एक उकसावे के रूप में देख रहा है। इसलिए उसने इस दौरे को लेकर लगातार गंभीर परिणाम भुगतने की चेतावनी जारी की है।
चीन ने पेलोसी के दौरे को अमेरिका के लिए ‘आग से खेलने’ के रूप में परिभाषित किया है। चीन की इस प्रतिक्रिया पर अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा प्रवक्ता जॉन किर्बी ने कहा- “इस यात्रा को संकट या संघर्ष के लिए एक उत्साहजनक घटना बनने का कोई कारण नहीं है।” उन्होंने दोहराया कि यह यात्रा चीन के प्रति अमेरिका की लंबे समय से चली आ रही नीति के अनुरूप है और देश की संप्रभुता का उल्लंघन नहीं करती है।
इस घटनाक्रम से चीन बौखला गया है। पेलोसी के ताइवान पहुंचने के एक घंटे के भीतर चीन ने घोषणा की कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी इस सप्ताह के अंत में ताइवान के आसपास हवा और समुद्र में लाइव-फायर सैन्य अभ्यास की शृंखला आयोजित करेगी। पेलोसी ने कहा है कि उनकी यात्रा ने ‘ताइवान के जीवंत लोकतंत्र का समर्थन करने के लिए अमेरिका की अटूट प्रतिबद्धता’ का सम्मान किया है।
अमेरिका ने चीन की धमकी को बहुत गंभीरता से लिया है। अमेरिकी नौसेना ने ताइवान के पूर्व में फिलीपीन सागर और फिलीपींस और जापान के दक्षिण में चार युद्धपोतों को तैनात किया है। अमेरिकी नौसेना के एक अधिकारी ने कहा कि इनमें विमानवाहक पोत यूएसएस रोनाल्ड रीगन, गाइडेड मिसाइल क्रूजर यूएसएस एंटीएटम, विध्वंसक यूएसएस हिगिंस और बड़ा डेक जहाज यूएसएस त्रिपोली शामिल हैं।
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