Silkyara Tunnel Accident: टीवी चैनलों को सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की सलाह, जताई ये आशंका

टीवी चैनलों द्वारा खासकर बचाव कार्य स्थल के करीब कैमरे और अन्य उपकरण रखकर बचाव कार्य से संबंधित वीडियो फुटेज और अन्य तस्वीरों के प्रसारण से चल रहे ऑपरेशन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है।

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Silkyara Tunnel Accident: सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय (Information and Broadcasting Ministry) ने 21 नवंबर को टेलीविजन चैनलों (TV channels) को सलाह जारी की है जिसमें कहा गया है कि वे उत्तराखंड के सिल्कयारा में चल रहे बचाव अभियान को सनसनीखेज (sensational) बनाने से बचें और जिस सुरंग स्थल पर बचाव अभियान चल रहा है, उसके करीब से कोई भी लाइव पोस्ट/वीडियो न करें और यह सुनिश्चित करें कि मानव जीवन बचाने में लगीं विभिन्न एजेंसियों की गतिविधि किसी भी तरह से ऑपरेशन स्थल के पास या आसपास कैमरामैन, पत्रकारों या उपकरणों की उपस्थिति से बाधित या परेशान न हो।

बेहद संवेदनशील है बचाव कार्य
सरकार 2 किलोमीटर लंबी सुरंग के एक हिस्से में फंसे श्रमिकों से लगातार संपर्क बनाए हुए है और उनका मनोबल बनाए रखने के लिए हरसंभव प्रयास कर रही है। विभिन्न सरकारी एजेंसियां 41 श्रमिकों की सुरक्षित निकासी के लिए अथक प्रयास कर रही हैं। सुरंग के आसपास चल रहा बचाव कार्य बेहद संवेदनशील प्रकृति का है, जिसमें कई लोगों की जान बचाना शामिल है। टीवी चैनलों द्वारा खासकर बचाव कार्य स्थल के करीब कैमरे और अन्य उपकरण रखकर बचाव कार्य से संबंधित वीडियो फुटेज और अन्य तस्वीरों के प्रसारण से चल रहे ऑपरेशन पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ने की संभावना है।

सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने टीवी चैनलों को सलाह दी है कि वे इस मामले पर रिपोर्टिंग करते समय सतर्क और संवेदनशील रहें, खासकर हेडलाइन, वीडियो और तस्वीरें डालते समय। मंत्रालय ने कहा है कि टीवी चैनल ऑपरेशन की संवेदनशील प्रकृति, परिवार के सदस्यों और साथ ही आम दर्शकों की मनोवैज्ञानिक स्थिति का उचित ध्यान रखें।

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