काशीपुराधिपति की नगरी में गंगा पार रेती पर बसे तंबुओं के शहर (टेंट सिटी) में चहल-पहल बढ़ने लगी है। टेंट सिटी में रहने के लिए पर्यटक 15 जनवरी से पहुंचने लगे हैं। टेंट सिटी में पहुंचने पर पर्यटकों का स्वागत तिलक लगाकर और रुद्राक्ष की माला पहनाकर किया गया। टेंट सिटी में झारखंड चाईबासा निवासी अनुज कुमार परिवार समेत पहले पर्यटक के रूप में पहुंचे। टेंट सिटी में 30 से अधिक पर्यटक पहुंच चुके हैं। इसमें वाराणसी के साथ दिल्ली, बंगलुरू, तमिलनाडु के भी पर्यटक शामिल हैं।
पर्यटकों से कैफेटेरिया, क्रांफ्रेंस हॉल, डाइनिंग हॉल, रिसेप्शन भी गुलजार हो गया है। यहां पर्यटकों की सुविधा और घूमने के लिए जगह-जगह ई-कार्ट भी मौजूद है। टेंट सिटी में रेती से शिव और मां अन्नपूर्णा की प्रतिमा बनाई गई है। प्रावेग कंपनी के अफसरों के अनुसार सोमवार से यहां अधिक पर्यटक पहुंचने लगेंगे।
सिटी में बने हैं 270 टेंट
तीन क्लस्टर में बसे 270 टेंट वाली इस सिटी में काशी की कला, संस्कृति के साथ ही अध्यात्म के रंग भी बिखर रहे हैं। नमो घाट से पर्यटक गंगा के घाटों का नजारा देखते टेंट सिटी में प्रवेश कर रहे हैं। उनके स्वागत में प्रवेश द्वार पर रेड कारपेट बिछाए गए हैं। टेंट सिटी में 20 जनवरी तक की बुकिंग फुल है। सबसे अधिक बुकिंग दक्षिण भारतीय पर्यटकों ने कराई है। अफसरों के अनुसार 70 फीसदी घरेलू पर्यटक भारतीय और 30 फीसदी विदेशी आ रहे हैं।
सीसीटीवी कैमरे से निगरानी
पूरे क्षेत्र की निगरानी सीसीटीवी कैमरे से हो रही है। टेंट सिटी संचालकों के अनुसार पर्यटकों को छह हजार से तीस हजार रुपये तक भुगतान करना होगा। ऑनलाइन बुकिंग हो रही है। टेंट सिटी में पर्यटक डीलक्स, सुपर डीलक्स, प्रीमियम और गंगा दर्शन विला में बुकिंग करा सकते हैं। अलग अलग कॉटेज में अलग-अलग लग्जरी सुविधाएं हैं। इसमें नाव से आवागमन के साथ ही काशी विश्वनाथ में दर्शन-पूजन और हर दिन गंगा आरती में शामिल होने का मौका मिलेगा। गंगा स्नान के लिए जेटी पर कुंड की व्यवस्था है। वाच टावर से भी गंगा और उसपार घाट का नजारा भी दिखेगा।