Veer Savarkar: नए और चुनौतीपूर्ण किरदारों को निभाने के लिए मशहूर अभिनेता रणदीप हुड्डा ने हाल ही में फिल्म ‘स्वातंत्र्य वीर सावरकर’ का ट्रेलर रिलीज किया है। दर्शकों ने सहज प्रतिक्रिया के साथ इस ट्रेलर की खूब सराहना की है। कुछ ही घंटों पर इसे सोशल मीडिया पर 10 लाख से भी अधिक व्यूज मिल चुके हैं। न्यूज चैनल ‘@News24’ के कार्यक्रम ‘रणदीप हुड्डा का चाय वाला इंटरव्यू’ में मानक गुप्ता ने रणदीप हुड्डा का इंटरव्यू लिया। इस इंटरव्यू में उनसे वीर सावरकर से संबंधित कई सवाल पूछे गए। इंटरव्यू में उन्होंने वीर सावरकर को माफीवीर कहने पर कड़े शब्दों में अपनी आपत्ति जताई। उन्होंने रैपिड फायर राउंड में पूछे गए हर सवाल का सटीक जवाब दिया।
वीर सावरकर के बारे में पूछे गए प्रश्नों के उत्तर
रैपिड फायर राउंड में अभिनेता रणदीप हुड्डा से कई छोटे-छोटे सवाल पूछे गए। क्या आपको लगता है कि वीर सावरकर के साथ अन्याय हुआ? क्या सावरकर को देशद्रोही कहना सही है? क्या उन्हें आतंकवादी कहना सही है? ऐसे पूछे गए सवालों के रणदीप हुड्डा ने त्वरित और सटीक जवाब दिया।
माफीवीर कहने वालों पर जताया गुस्सा!
सवाल-जवाब के इस दौर में ‘क्या वीर सावरकर को आतंकवादी कहना सही है?’ सवाल का जवाब देते हुए रणदीप ने जवाब दिया कि वह अंग्रेजों के खिलाफ आतंकवादी थे। साक्षात्कारकर्ता मानक गुप्ता ने आगे पूछा कि ‘क्या वीर सावरकर को माफीवीर कहना सही है? आप ऐसा कहने वालों को क्या कहेंगे?’ यह सवाल पूछते ही रणदीप को गुस्सा आ गया। उन्होंने कहा, ‘मैं उसे थप्पड़ मारूंगा।’ उनसे पूछा गया कि अंग्रेज किस क्रांतिकारी से सबसे अधिक डरते थे तो उन्होंने जवाब दिया, ‘वीर सावरकर’ से।
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वीर सावरकर पर अब तक कोई फिल्म क्यों नहीं बनी?
कुछ पार्टियां स्वातंत्र्यवीर सावरकर को गद्दार या कायर क्यों कहती हैं? इस सवाल का जवाब देते हुए रणदीप ने कहा कि जो लोग उन्हें डरा हुआ कहते थे, वो खुद डरे हुए थे। वीर सावरकर का सच किसने छुपाया? रणदीप ने जवाब दिया है कि पहले अंग्रेज फिर कांग्रेस ने। ‘वीर सावरकर’ पर अब तक किसी ने फिल्म क्यों नहीं बनाई? इस सवाल पर अभिनेता रणदीप ने जवाब दिया, “मैं भी यही पूछना चाहता हूं, क्यों नहीं? ऐसा क्यों? ‘स्वतंत्रता की लड़ाई लड़ने वाले वे कौन से क्रांतिकारी हैं, जिन्हें सत्ता की कोई चाहत नहीं थी? इस सवाल का जवाब देते हुए रणदीप हुड्डा ने कहा, ‘ऐसे कई क्रांतिकारी थे, जिन्होंने देश के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी, लेकिन श्रेय राजनेताओं को दिया जाता है, ऐसा हर जगह होता है।”
‘स्वातंत्र्य वीर सावरकर’ सर्वश्रेष्ठ फिल्म!
क्या आपको लगता है कि भारत में राम मंदिर बनने में समय लगा? इस पर रणदीप ने ‘हां वाकई’। क्या विपक्षी दल को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जाना चाहिए था? ‘हां बिल्कुल जाना चाहिए था।’ आपकी सबसे अच्छी और पसंदीदा फिल्म कौन-सी है? ‘स्वातंत्र्य वीर सावरकर।’ रणदीप हुड्डा ने जवाब दिया।
This rapid fire will burn the Congressi asses 🔥
— Rishi Bagree (@rishibagree) March 5, 2024
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