विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के महामंत्री मिलिंद परांदे ने कहा है कि नासिक के त्र्यंबकेश्वर मंदिर में इस्लाम धर्म के लोगों के जबरन प्रवेश मामले की गहन छानबीन किया जाना जरूरी है। उन्होंने कहा कि इस तरह का जबरन प्रवेश किसी बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकता है।
मिलिंद परांदे ने बताया कि 15 मई को कुछ जिहादी विचारधारा वाले मुस्लिम युवकों ने महाराष्ट्र के नासिक में स्थित त्र्यंबकेश्वर मंदिर में जबरन प्रवेश का प्रयास किया था। श्री क्षेत्र त्र्यंबकेश्वर मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इस मंदिर में इस तरह का प्रवेश किसी बड़ी साजिश के तहत ही किया जा सकता है। हालांकि, सुरक्षा गार्डों की सावधानी और सतर्कता के कारण आगे की आपदा टल गई। ऐसा ही प्रयास पिछले वर्ष भी किया गया था।
मंदिर की पवित्रता का ध्यान रखना जरुरीः मिलिंद परांदे
मिलिंद परांदे ने कहा कि मंदिर की पवित्रता को बनाए रखने के लिए मुसलमानों या गैर-हिंदुओं को त्र्यंबकेश्वर मंदिर में दर्शन के लिए गर्भगृह और पवित्र क्षेत्र में कहीं भी प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। देश भर में अनेक हिन्दुओं के पूजास्थल में मुसलमानों के माध्यम से विवाद पैदा करने और उन पर कब्जा करने का प्रयास किया जा रहा है। इसे देखते हुए हमें लगता है कि यह एक बड़ी साजिश हो सकती है ।
दोषियों को गिरफ्तार करने की मांग
विश्व हिंदू परिषद की मांग है कि त्र्यंबकेश्वर मंदिर में घुसने की कोशिश करने वाले जिहादी मुस्लिम युवकों के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए। हिंदू समुदाय सभी प्रकार के मंदिरों के अतिक्रमण, संपत्ति पर कब्जे, साजिशों का कड़ा विरोध करेगा।
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5 उरुस आयोजकों के खिलाफ मामला दर्ज
त्र्यंबकेश्वर मंदिर में जबरन प्रवेश मामले में पांच उरुस आयोजकों के खिलाफ नासिक ग्रामीण मार्ग पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। हिंदू महासभा के कार्यकर्ताओं ने 17 मई को गौमूत्र छिड़ककर मंदिर का शुद्धिकरण किया। हिंदू महासभा के अध्यक्ष आनंद दवे ने पत्रकारों को बताया कि अगर प्रशासन ने मंदिर में जबरन प्रवेश करने का प्रयास करने वालों को 72 घंटे के अंदर गिरफ्तार नहीं किया, तो राज्य के सभी मंदिर बंद करवा दिए जाएंगे।