राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत (Dr. Mohan Bhagwat) ने कहा है कि भारत की संस्कृति एवं विरासत सदा महान रही है, जिसका अनुसरण पूरे विश्व ने किया है। हम हर क्षेत्र में अग्रणी रहे हैं। हमें अपनी ताकत पहचान कर आगे बढ़ना होगा।
डॉ. भागवत 12 अक्टूबर को हरियाणा के हिसार जिले के ग्राम खांडाखेड़ी में भारत मित्र स्तम्भ (Bharat Mitra Pillar) के लोकार्पण के बाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। यह स्तम्भ वैदिक पंथ के पथित दिवंगत चौ. मित्रसेन आर्य की स्मृति में बनाया गया है। कार्यक्रम में पहुंचने पर भाजपा नेता एवं पूर्व मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने गुलदस्ता भेंट कर डॉ. भागवत का स्वागत किया।
नीति एवं संस्कारों को देनी होगी प्राथमिकता
डॉ. भागवत ने कहा कि यह सोने का समय नहीं बल्कि जागने का समय है, यह हर पुरुषार्थी को सिखाना होगा। नीति एवं संस्कारों (rituals) को प्राथमिकता देनी होगी। वर्तमान के मोबाइल युग का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि आज ऐसे हालत हो गए हैं कि दो-चार लोग यदि एक साथ बैठे हैं तो भी आपस में बात नहीं करेंगे बल्कि अपने-अपने मोबाइल पर लगे रहेंगे। उन्होंने भारत मित्र स्तम्भ की प्रशंसा करते हुए कहा कि यह स्तम्भ अपने आप में भारत की संस्कृति व विरासत को समेटे हुए है। बच्चों को इस स्तम्भ की यात्रा करवानी चाहिए, उन्हें भारत की संस्कृति एवं विरासत से अवगत करवाना चाहिए, तभी तो वे जान पाएंगे कि हमारा देश एवं संस्कृति क्या थी। भारत मित्र स्तम्भ की स्थापना और दिवंगत चौधरी मित्रसेन के परिवार की एकजुटता से हमें सीख लेनी चाहिए।
कार्यक्रम को योग गुरु स्वामी रामदेव ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि चौधरी मित्रसेन के परिवार के प्रति उनका आत्मीय भाव है। कल तक उनका यहां आने का कोई कार्यक्रम नहीं था परंतु वे अपने को रोक नहीं पाए। दिवंगत चौधरी मित्रसेन से उनकी कई कई घंटे बात होती थी और मित्रसेन जी हमेशा उनसे अपने बेटों-बेटियों की तरह स्नेह रखते थे। आज के समय में संयुक्त परिवार मिलना और परिवार को संयुक्त रखना बहुत बड़ी बात है, लेकिन मित्रसेन जी के परिवार में हमें यह सब देखने को मिल जाता है।
भारत मित्र स्तम्भ से बहुत कुछ सीख सकते हैं
कार्यक्रम की अध्यक्षता पद्मश्री डॉ. सुकामा (Padmashree Dr. Sukama) ने की। उन्होंने कहा कि भारत मित्र स्तम्भ के लोकार्पण अवसर पर पहुंचकर वे अपने को धन्य मानती हैं। यहां पर उन्हें डॉ. भागवत, स्वामी रामदेव, आर्य समाज के विद्वानों, संन्यासियों से मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि दिवंगत चौधरी मित्रसेन आर्य के पुत्रों ने हमें भारत मित्र स्तम्भ के रूप में प्रकाश स्तम्भ दिया है, जिससे हम बहुत कुछ सीख सकते हैं। कार्यक्रम में मुख्य रूप से भाजपा प्रदेश प्रभारी विप्लब देब, प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश धनखड़, सांसद बृजेन्द्र सिंह, कृषि मंत्री जेपी दलाल, विधायक विनोद भ्याणा सहित अनेक वरिष्ठ नेता मौजूद रहे।
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