महाराष्ट्र विधानमंडल का वर्षाकालीन अधिवेशन 17 अगस्त से 25 अगस्त तक चलेगा। यह निर्णय 11 अगस्त को विधानमंडल कामकाज समिति ने लिया है।
विधानभवन में 11 अगस्त को विधानमंडल कामकाज समिति की बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में विधानसभा के अध्यक्ष राहुल नार्वेकर, विधानपरिषद के सभापति रामराजे निंबालकर, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस, विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष अजीत पवार, विधानपरिषद के नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे सहित समिति के सदस्य विधायक उपस्थित थे।
शिंदे सरकार के लिए यह सत्र चलाना आसान हो सकता है, क्योंकि विपक्ष बिखर गया है। शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस में मतभेद खुलकर सामने आने के बाद शिंदे सरकार की राह आसान हो गई है।
महाविकास आघाड़ी में फूट
महाराष्ट्र विधान परिषद में नेता विपक्ष को लेकर महाविकास आघाड़ी में फूट स्पष्ट हो गई है। उद्धव ठाकरे पर सहयोगी दलों ने आरोप लगाया है कि, उन्होंने सभी को विश्वास में नहीं लिया और विधान परिषद सदस्य अबंदास दानवे को विधान परिषद का नेता विपक्ष पद दिलवा दिया। इसके बाद उपजी परिस्थिति यही है कि, गठबंधन का बंधन टूट गया और तीनों दलों में अविश्वास की गांठ पैदा हो गई।
राकांपा प्रदेश अध्यक्ष ने लगाया ये आरोप
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष जयंत पाटील ने कहा कि, उद्धव ठाकरे को सहयोगी दलों को विश्वास में लेना चाहिये था। जबकि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष नाना पटोले ने सीधे सुना दिया कि, महाविकास आघाड़ी कोई सदा के लिए नहीं बनी थी। सहयोगी दलों के इन बयानों के बाद उद्धव ठाकरे के लिए महाविकास आघाड़ी में कुछ बचता ही नहीं है।