उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 5 मई को हरिद्वार में उत्तर प्रदेश के लग्जरी होटल भागीरथी आवास का लोकार्पण किया। इसी के साथ योगी आदित्यनाथ ने होटल भागीरथी के बराबर में बने होटल अलंकनंदा, जिस पर अभी तक यूपी का स्वामित्व था, इसकी चाबी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को सौंपी।
परिसम्पत्ति विवाद समाप्त
इस अवसर पर योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के एक भारत, श्रेष्ठ भारत के विजन की परिकल्पना को उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड साकार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 21 वर्षों से दोनों राज्यों के बीच चला आ रहा परिसम्पत्ति विवाद भी समाप्त हो चुका है।
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हिन्दू धर्म की संस्कृति को दर्शाया गया
उल्लेखनीय है कि होटल भागीरथी आवास में 100 कमरे हैं। इनमें 88 कमरे डीलक्स और 12 कमरे सुइट वीआईपी रूम हैं। इसी के साथ पर्यटक आवास में सेंट्रलाइज्ड एसी, 3 स्पजि, रेस्टोरेंट और दो बैंक्वेट हॉल की सुविधा है। इसमें एक बैंक्वेट हॉल में 100 लोगों की गेदरिंग कैपेसिटी और दूसरे बैंक्वेट हॉल में डेढ़ सौ लोगों की गेदरिंग की कैपेसिटी है। होटल भागीरथी से गंगा दर्शन भी होंगे। होटल के साथ ही एक छोटा सा मंदिर भी बनाया गया है। भागीरथी पर्यटक आवास में लगी पेंटिंग्स में हिन्दू धर्म की संस्कृति को दर्शाया गया है। इन पेंटिंग्स को ललित कला अकादमी से खरीदा गया। होटल भागीरथी के लोकार्पण के साथ ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को हरिद्वार में मौजूद अलकनंदा गेस्ट हाउस की चाबी सौंपी।
ये रहे उपस्थित
इस अवसर पर हरिद्वार सांसद डा. रमेश पोखरियाल निंशक, मंत्री सतपाल महाराज, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, पूर्व विधायक स्वामी यतीश्वरानंद, आदेश चौहान, प्रदीप बत्रा, महामण्डलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरि महाराज आदि अनेक संत और गण्यमान्य लोग मौजूद थे।