उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने गोवंश को लंपी स्किन डिजीज से बचाव एवं रोग के प्रसार को रोकने के लिए एक माह में एक करोड़ वैक्सीन लगाने का निर्देश दिया है। पर्याप्त मात्रा में वैक्सीन की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा गया है। प्रतिदिन 3.5 लाख टीकाकरण करने का निर्देश दिया गया है। लंपी रोग से बचाव के लिए और अधिक सतर्कता बरतने व प्रभावित गोवंश के समुचित उपचार का भी निर्देश दिया गया है।
वहीं पशु मेला, हाट आदि के आयोजन पर तत्काल रोक लगाने का निर्देश दिया गया है। राज्य सरकार की तरफ से कहा गया है कि किसानों और पशुपालकों को रोग से बचाव के लिए जागरूक कर इसका व्यापक प्रचार प्रसार सुनिश्चित किया जाए।
गोवंश को बचाना जरुरी
प्रदेश के पशुधन व दुग्ध विकास मंत्री धर्मपाल सिंह ने 26 सितंबर को टीम-09 के साथ बैठक कर प्रदेश में लंपी स्किन डिजीज की रोकथाम हेतु किये जा रहे कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने निर्देश दिया कि गोवंश के बचाव हेतु प्रत्येक स्तर पर आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। टीकाकरण एवं उपचार के अभाव में गोवंश की हानि कतई न होने पाए। मंत्री ने कहा कि प्रदेष के जो जनपद प्रभावित नहीं हैं, वहां गोटपश्क्स वैक्सीन से टीकाकरण कराया जाए। वाराणसी में भी रोग से बचाव के पर्याप्त इंतजाम सुनिश्चित किये जाये।
सभी जनपदों को उपलब्ध करा दी गई वैक्सीन
विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ रजनीश दुबे ने बताया कि अब तक 65 लाख टीकाकरण किया गया है। प्रदेश के समस्त जनपदों को वैक्सीन उपलब्ध करा दी गई है। अब तक 1,17,84,100 वैक्सीन जनपदों को वितरित की जा चुकी है।
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उन्होंने बताया कि अब तक बीमारी से प्रदेश के 40 जनपद प्रभावित हुए हैं। कुल 8825 गोवंश प्रभावित हैं। बीमारी से 59 गोवंश की मृत्यु भी हुई है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि गोआश्रय स्थलों एवं गोसंरक्षण केंद्रों के सैनिटाइजेशन एवं स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया जाए।
गोरखपुर मंडल को उपलब्ध कराई गई 11 हजार डोज
अपर मुख्य सचिव ने बताया कि लंपी प्रो वैक्सीन की 15000 डोज एनआरसी हिसार से प्राप्त की गई है। इनमें से गोरखपुर मंडल को 11000 डोज, 2000-2000 डोज बलरामपुर व लखनऊ जनपद को उपलब्ध कराई गई है। पहले से 1000 डोज गोरखपुर जनपद की 2 गोशालाओं में लगा दी गई है। पूर्वी उप्र से पश्चिमी उप्र की तरफ बीमारी के प्रसार को रोकने के उद्देश्य से नेपाल सीमा से मप्र की सीमा (पीलीभीत, शाहजहांपुर, फर्रूखाबाद, मैनपुरी, इटावा) तक 10 किमी की परिधि में कुल 23 विकास खण्डों में कुल 3,22,900 टीकाकरण पूर्ण कराया जाना था, जिसके अंतर्गत बेल्ट वैक्सीनेशन लक्ष्य के अनुरूप टीकाकरण का कार्य पूर्ण कर लिया गया है।