आप पठान को भले ही भूल जाइए, लेकिन सीमा की रक्षा कर रहे जवानों को मत भूलिएः स्वप्निल सावरकर

उत्कर्ष मंदिर स्कूल मलाड वेस्ट में संस्कार भारती उत्तर मुंबई जिला की ओर से 'देश वंदना' कार्यक्रम संपन्न हुआ।

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11 फरवरी 2023 को उत्कर्ष मंदिर स्कूल मलाड वेस्ट में संस्कार भारती उत्तर मुंबई जिला की ओर से ‘देश वंदना’ कार्यक्रम संपन्न हुआ। इस कार्यक्रम में शहीद मेजर कौस्तुभ राणे की माता ज्योतिताई प्रकाश कुमार राणे का अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर ज्योतिताई राणे ने शहीद मेजर कौस्तुभ राणे की स्मृतियों पर प्रकाश डाला।

वरिष्ठ साहित्यकार एवं संस्कार भारती उत्तर मुंबई जिला के अध्यक्ष डॉ. गिरीश डाबके, भारतीय जनता पार्टी, उत्तरी मुंबई ट्रेडर्स सेल के अध्यक्ष संकल्प शर्मा और स्वातंत्र्यवीर सावरकर राष्ट्रीय स्मारक के सहकार्यवाह और हिंदुस्थान पोस्ट डिजिटल पोर्टल के संपादक स्वप्निल सावरकर जैसे गणमान्य व्यक्ति इस कार्यक्रम में उपस्थित थे। इस अवसर पर संस्कार भारती के कार्यकर्ताओं व आमंत्रित गायकों ने देशभक्ति गीत प्रस्तुत कर दर्शकों में देशभक्ति का संचार कर दिया।

काशी कथक केंद्र के कलाकारों ने गणेश वंदना और सुभाष चंद्र बोस पर एक नाटक प्रस्तुत किया, जबकि नृत्य संस्कार विद्यालय के कलाकारों ने इंद्रजिमी जंभापर और जयस्तुते पर कथक नृत्य प्रस्तुत किया। रवींद्र देवधर द्वारा निर्देशित और प्रदीप तुंगारे द्वारा लिखित दो पात्र वाली फीचर फिल्म ‘मैं भारतीय’ प्रस्तुत की गई। अभिनेता रवींद्र देवधर और ऋषिकेश कनाडे ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

वरिष्ठ पत्रकार स्वप्निल सावरकर ने इस अवसर पर श्रोताओं का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि हमारे देश को ऐसे कार्यक्रमों की सख्त जरूरत है। संस्कार भारती जो काम कर रही है, वह काबिले तारीफ है। क्योंकि मैं क्रियाओं पर ध्यान केंद्रित करता हूं, शब्दों पर नहीं। हम अपने जवानों के कारण सुरक्षित हैं। हमारे जवान सीमा पर तैनात हैं। भले ही आप ‘पठान’ को एक बार भूल जाएं, लेकिन सीमा पर तैनात जवानों को कभी न भूलें।

संस्कार भारती के ‘देश वंदना’ कार्यक्रम में शहीद मेजर कौस्तुभ राणे की माता सम्मानित
स्वप्निल सावरकर ने शहीद मेजर कौस्तुभ राणे के प्रति आभार व्यक्त किया और ज्योतिताई राणे को वीरमाता कहकर धन्यवाद दिया। इस मौके पर शहीद मेजर कौस्तुभ राणे की स्मृतियों को याद करते हुए वीरमाता ज्योतिताई राणे भावुक हो गईं और दर्शकों की आंखों में भी आंसू आ गए। वीरमाता ने कहा कि भले ही हम सभी सेना में शामिल न हों, हम नागरिक के रूप में विभिन्न तरीकों से देश सेवा कर सकते हैं। इसके साथ ही हम सब लोगों में देश के प्रति जागरुकता पैदा कर सकते हैं।

कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलित कर की गई। फिर अनिल तटके, पंडित मैडम और भाग्यश्री सावंत ने संस्कार भारती के थीम गीत की प्रस्तुति दी। संस्कार भारती के मुंबई मंडल के अध्यक्ष श्रीकांत मराठे ने अतिथियों का परिचय कराया। संस्कार भारती के उत्तरी मुंबई जिले के महासचिव जयेश मंत्री ने कार्यक्रम की शुरुआत की और पराग वालिम्बे ने समन्वय की कमान संभाली।

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