मणिपुर में पिछले कुछ दिनों से हिंसा का सिलसिला जारी है। प्रदेश में एक बार फिर विभिन्न इलाकों में उग्रवादी गुटों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प की बात सामने आई है। जानकारी के अनुसार,28 मई की रात दो बजे इंफाल घाटी और उसके आसपास के पांच इलाकों में सुनियोजित हमला हुआ। इस बीच मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने राज्य में 40 आतंकियों को मार गिराने का दावा किया है। इसके अलावा सुरक्षाबलों ने कुछ आतंकियों को गिरफ्तार भी किया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि यह कार्रवाई आतंकवादी समूहों के खिलाफ जवाबी और रक्षात्मक कार्रवाई के तहत की गई है।
पीड़ितों के जख्मों पर मरहम लगाने का प्रयास
वर्तमान में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर के दौरे पर हैं। वे पीड़तों के परिजनों के जख्मों पर मरहम लगाने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने इस हिंसा में घायल हुए लोगों से अस्पताल में जाकर मुलाकात की है और उनका हाल-चाल जाना है। साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने 30 मई को कुकी समुदाय के नेताओं से शांति स्थापना को लेकर बातचीत की है।
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मृतकों के परिजनों को 10 लाख मुआवजा देने की घोषणा
इस बीच 30 मई को केंद्र सरकार ने मणिपुर में सांप्रदायिक हिंसा में मारे गए नागरिकों के परिवारों को 10-10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की है। मुआवजा राशि केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों द्वारा प्रदान की जाएगी। साथ ही मृतक के परिवार के एक व्यक्ति को नौकरी देने की भी घोषणा की गई है।
मैतेई और कुकी समुदाय से शांति बनाए रखने की अपील
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 29 मई की सुबह मणिपुर पहुंचे हैं। उन्होंने मैतेई और कुकी दोनों समुदायों से शांति बनाए रखने की अपील की है। सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने भी वहां की स्थिति का जायजा लेने के लिए 27 मई से दो दिनों के लिए मणिपुर का दौरा किया।