राजधानी में दिवाली पर पटाखा जलाने पर प्रतिबंध के बावजूद जमकर आतिशबाजी की गई, जिससे सारा आसमान धुआं-धुआं हो गया। इस दौरान आग लगने की छोटी मोटी घटनाएं भी सामने आईं। दमकल विभाग से मिली जानकारी के अनुसार रविवार को पीक आवर्स यानी शाम छह बजे से रात 10:30 के बीच केवल साढ़े चार घंटे में फायर कंट्रोल रूम को 100 जगहों से आग लगने की कॉल मिली।
दमकल विभाग के निदेशक अतुल गर्ग ने इसकी पुष्टि की। राहत की बात यह रही कि एक दो घटनाओं को छोड़कर आग लगने की कोई बड़ी घटना सामने नहीं आई। दमकल विभाग के अनुसार दिवाली के दिन शाम छह बजे से लेकर सुबह छह बजे तक दमकल विभाग को कुल 208 कॉल मिली। जिसमें 166 आग की कॉल थी। इन 166 कॉल में 22 कॉल पटाखे से आग लगने की थीं। पिछले साल दमकल को 201 कॉल मिली थीं, जिसमें आग की कॉल 140 थीं। पिछले वर्ष पटाखों से 13 जगह आग लगी थी।
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49 जगह आग लगने की कॉल फायर कंट्रोल रूम को मिली थी।
इससे पहले छोटी दिवाली पर भी शाम छह बजे से 12 बजे के बीच केवल छह घंटे में 49 जगह आग लगने की कॉल फायर कंट्रोल रूम को मिली थी। आग से निपटने के लिए दिल्ली में दमकल विभाग ने मौजूदा 66 दमकल स्टेशनों पर गाड़ियों की तैनाती के अलावा 37 जगहों पर अलग से फायर टेंडर, बैक पैक मोटर साइकिल और योद्धा गाड़ियों की तैनाती की थी।