केंद्रीय जेल अंबिकापुर में 5 दिन के भीतर 3 बंदियों की मौत मामले में जांच का आदेश जारी हुआ है। कलेक्टर संजीव झा मामले में दांडिक जांच के आदेश जारी किए हैं। कलेक्टर ने डिप्टी कलेक्टर सीएस पैंकरा को जांच अधिकारी बनाया है।
हत्या के आरोप में आजीवन कारावास
25 मई को हत्या के आरोप में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बंदी की इलाज के दौरान मेडिकल कॉलेज अस्पताल में मौत हो गई। वह काफी कमजोर व बुखार से पीड़ित था। इसके पूर्व हत्या तथा छेड़खानी के मामले में जेल में बंद 2 बंदियों की मौत हो चुकी है। उल्लेखनीय है कि सेंट्रल जेल अंबिकापुर में रह रहे 2400 से अधिक बंदियों के लिए मात्र एक डॉक्टर ही नियुक्त है।
मारपीट करने का आरोप
एक सप्ताह पहले बिलासपुर केंद्रीय जेल में भी 2 मौतें हो चुकी हैं। दोनों ही मौत संदिग्ध हैं। पहली मौत 5 दिन पहले छोटे लाल यादव की हुई थी। जिसमें छोटे लाल यादव के परिजनों ने आबकारी विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों पर मारपीट करने का आरोप लगाया था और मारपीट से मौत होने की बात कही थी। इस मामले में अभी जांच पूरी भी नहीं हो पाई थी कि जेल में बंद एक और बंदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। इस मामले में बंदी विदेशी राम केवट के परिजन जेल के अंदर उसके साथ मारपीट होने का आरोप लगाया हैं। विभागीय जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ में 5 केंद्रीय जेल , 12 जिला जेल एवं 14 उप जेल हैं।