राजस्थान के दौसा जिले के महुवा विधानसभा क्षेत्र के पाखर चौडकी गांव में धार्मिक कार्यक्रम में सामूहिक भोज के बाद फूड प्वाइजनिंग से 300 लोग बीमार पड़ गए। सबका अस्पताल में इलाज चल रहा है। गंभीर हालत में एक पांच वर्षीय बच्ची को इलाज के लिए दौसा जिला अस्पताल रेफर किया है। फिलहाल इन लोगों की तबीयत में सुधार बताया जा रहा है। चिकित्सा विभाग ने ब्लड सैम्पल और भोजन के सैंपल जांच के लिए भिजवाए हैं।
नौकरी लगने पर सहभोज कार्यक्रम
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. सुभाष बिलोनिया ने बताया कि पाखर चौडकी गांव के रहने वाले महेंद्र बैरवा की पिछले दिनों दिल्ली में सेकेंड ग्रेड अध्यापक के पद पर सरकारी नौकरी लगी थी। इसके चलते उसने 15 जून को गांव में सवामणी का धार्मिक कार्यक्रम कर ग्रामीणों को सामूहिक भोज के लिए आमंत्रित किया। लोगों ने लड्डू पूरी और दाल के बड़े खाए। इसके बाद उन्हें उल्टी-दस्त और पेट दर्द शुरू हो गया। इस पर करीब 120 मरीजों को मंडावर और 80 मरीजों को महुवा अस्पताल में भर्ती कराया। मरीजों की संख्या ज्यादा होने से अस्पताल में बेड कम पड़ गए, लोगों का जमीन पर लिटा कर इलाज करना पड़ा।
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स्थानीय विधायक ओमप्रकाश हुडला देर रात पहुंचे अस्पताल
फूड प्वाइजनिंग की सूचना पर दौसा से सीएमएचओ डॉ. सुभाष बिलोनिया व स्थानीय विधायक ओमप्रकाश हुडला देर रात को महुवा अस्पताल पहुंचे। चिकित्सा विभाग की टीम ने गांव में पहुंचकर बीमार लोगों का इलाज शुरू किया। सीएमएचओ ने बताया कि सवामणी कार्यक्रम के सामूहिक भोज में खाना खाने से 300 से ज्यादा लोगों की तबीयत बिगड़ गई। इलाज के बाद सभी लोगों की तबीयत में सुधार है। प्रारम्भिक जांच में सामने आया है कि दाल के बड़े खाने से लोगों की तबीयत बिगड़ी है।