सड़क दुर्घटना में हर दिन चली जाती है 415 लोगों की जान, हादसों को रोकने के लिए केंद्र का है ऐसा प्लान!

सरकारी आकंड़ों के अनुसार वर्ष 2020 में राष्ट्रीय राजमार्गों पर कुल 1.16 लाख सड़क हादसे हुए, जिनमें 47,984 लोगों की मौत हुई थीं।

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सड़क दुर्घटनाएं 2025 तक 50 प्रतिशत तक कम करने का लक्ष्य रखा गया है । देश में 5 हजार ऐसी जगहों की पहचान की गई है, जहां अधिक दुर्घटनाएं होती हैं । हर-रोज 415 लोग सड़क दुर्घटनाओं में मारे जाते है ।

अमेरिका और चीन से आगे है भारत
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने सड़क सुरक्षा को गंभीर मुद्दा बताते हुए इसके लिए जीरों टॉलरेंस नीति अपनाने की जरूरत बताई है । मंत्रालय ने सड़क दुर्घटनाएं 2025 तक 50 प्रतिशत कम करने का लक्ष्य निर्धारित किया है । सड़क दुर्घटनाओं के चलते सकल घरेलू उत्पाद के 3.14 प्रतिशत बराबर सामाजिक , आर्थिक नुकसान उठाना पड़ता है । देश में हर वर्ष लगभग 1.5 लाख लोग एक्सीडेंट में मारे जाते हैं, वहीं लगभग 4.5 लाख से अधिक लोग सड़क हादसे का शिकार हो जाते हैं । 70 प्रतिशत मौतें 18 से 45 वर्ष तक उम्र की होती है ।

पैसेंजर की सुरक्षा को लेकर अहम फैसला
सरकार सड़क हादसों को कम करने के लिए नया मोटर व्हीकल एक्ट लाने के लिए गंभीरता से विचार कर रही है । इसके लिए सभी स्टेक होल्डर मसलन इंजीनियरिंग, शिक्षा, प्रवर्तन और बेहतर इमरजेंसी सर्विसेज को बेहतर बनाने हेतु एक नीति तैयार की जा रही है । केन्द्र सरकार सुरक्षा बढ़ाने के लिए आठ सवारी ले जा सकने वाले वाहनों में कम से कम छह एयरबैग अनिवार्य करेगी । गडकरी ने कहा कि वाहनों की आमने-सामने की टक्कर और बगल से होने वाली टक्कर के असर को कम कर सवारियों को सुरक्षित रखने का प्लान बनाया गया है। गडकरी ने कहा कि पीछे की सीट पर अगल-बगल दो ऐयर बैग देने और दो ट्यूब एयरबैग देने से सभी सवारियों के लिए सफर को सुरक्षित बनाया जा सकेगा ।

2020 में 47984 लोगों की मौत 
सरकारी आकंड़ों के अनुसार वर्ष 2020 में राष्ट्रीय राजमार्गों पर कुल 1.16 लाख सड़क हादसे हुए, जिनमें 47,984 लोगों की मौत हुई थीं। मंत्रालय ने देश में 5 हजार ऐसी जगहों की पहचान करके उन्हें ठीक कर रहा है,  जहां अधिक दुर्घटनाएं होती हैं । देश में 40,000 किलोमीटर से अधिक सड़कें इसके दायरे में आती हैं ।

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