Himachal Pradesh में भारी बर्फबारी जारी, जानिये कहां क्या है हाल

लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि सड़कों को खोलने का लगातार प्रयास किया जा रहा है और 250 के आसपास मशीनें बर्फ़ हटाने के लिए लगाई गई है।

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Himachal Pradesh में बीते दो दिन हुई भारी बर्फबारी ( snowed heavily for the past two days) के कारण लोगों की दुश्वारियां बढ़ गई हैं। राज्य के पहाड़ी इलाकों में सैकड़ों सड़कों के अवरुद्ध(Hundreds of roads were blocked in hilly areas) होने से परिवहन व्यवस्था(Transport system) बुरी तरह से चरमरा गई है। जगह-जगह बसें व लोगों के निजी वाहन फंसे हैं। इस बर्फ़बारी से भारी संख्या में बिजली ट्रांसफार्मरों के ठप(Power transformers stop) होने से कई इलाकों में ब्लैक आउट(Black out in many areas) है। बर्फ से ढके पर्यटन स्थलों मनाली, शिमला, कुफ़री और डल्हौजी में भी जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।

1 जनवरी को मौसम खुलने के बाद सरकारी मशीनरी ने बर्फ को हटाने का कार्य युद्धस्तर पर चलाया। मौसम विभाग ने 3, 4 और 5 फरवरी को पूरे राज्य में बारिश-बर्फ़बारी की सम्भावना जताई है। 3 फरवरी को मैदानी इलाकों में गरज-चमक के साथ ओलावृष्टि और 4 फरवरी को मध्यपर्वतीय व उच्च पर्वतीय इलाकों में भारी बर्फबारी का येलो अलर्ट जारी किया गया है। 6 फरवरी से 8 फरवरी तक मौसम साफ रहेगा।

आठ जिलों में बर्फबारी दर्ज
राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र शिमला के अनुसार आठ जिलों में बर्फबारी दर्ज की गई है। इस बर्फ़बारी से चार नेशनल हाइवे और 720 सड़कें बंद हैं। शिमला जिला में सबसे ज्यादा 250 सड़कें अवरुद्ध पड़ी हैं। चम्बा जिले में 163, लाहौल-स्पीति में 139, मंडी में 54 और किन्नौर में 45 सड़कें बंद हैं। इसके अलावा 2245 ट्रांसफार्मर ठप हैं। जिससे कई इलाकों में बिजली गुल होने से लोग ठिठुरने को मजबूर हैं। मंडी जिले में 574, शिमला में 504, कुल्लू में 356, किन्नौर में 83, चम्बा में 707 और लाहौल-स्पीति में 47 ट्रांसफार्मर खराब पड़ गए हैं। बर्फ़बारी से अपर शिमला का तीसरे दिन भी राज्य मुख्यालय से सम्पर्क कटा रहा। अपर शिमला में जगह-जगह एचआरटीसी की बसें फंसी हैं। नेशनल हाइवे और सड़कों से बर्फ हटाने के लिए एनएच और पीडब्ल्यूडी की ओर से जेसीबी से बर्फ हटाने का काम किया जा रहा है। शिमला शहर की अवरुद्ध सड़कें दोपहर तक बहाल हो पाई।

सड़कों को खोलने का प्रयास जारी
लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने कहा है कि सड़कों को खोलने का लगातार प्रयास किया जा रहा है और 250 के आसपास मशीनें बर्फ़ हटाने के लिए लगाई गई है। बर्फबारी के कारण हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों के 376 रूट प्रभावित हुए। इसी तरह लगभग 250 रूटों पर प्राइवेट बसें भी नहीं चल पाई। शिमला, कुल्लू, लाहौल स्पीति और चंबा में सैकड़ों छोटी बड़ी गाड़ियां भारी बर्फ़बारी की वजह से सड़क किनारे फंसी हुई है।

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इन प्रमुख स्थलों में गिरी इतनी बर्फ
बीते 24 घंटे के दौरान कुल्लू जिले के कोठी और शिमला जिले के खदराला व रामपुर में 35-35 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई। इसके अलावा मनाली व शिलारू में 30-30 सेंटीमीटर, भरमौर में 25 सेंटीमीटर, कुफ़री में 20 सेंटीमीटर, सलूणी में 21 सेंटीमीटर और चौपाल में 20 सेंटीमीटर बर्फबारी दर्ज की गई।

अगले तीन दिन भी बर्फ़बारी संभव, पहाड़ी इलाकों के लिए येलो अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि अगले 24 घंटे के दौरान पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम में फिर बदलाव आएगा। 3 और 4 फरवरी को प्रदेश के ज्यादातर क्षेत्रों में बारिश-बर्फबारी की संभावना है। 3 फरवरी को मैदानी क्षेत्रों में बिजली कड़कने के साथ ओलावृष्टि का येलो अलर्ट जारी किया गया है। 4 फरवरी को पहाड़ी इलाकों में भारी बर्फबारी का येलो अलर्ट रहेगा। 5 फरवरी को भी बारिश-बर्फ़बारी हो सकती है, जबकि 6 फरवरी से मौसम खुलने का पूर्वानुमान है।

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