लश्कर के एक मॉड्यूल का भंडाफोड़, सरगना सहित तीन गिरफ्तार! जानें, कितना खतरनाक था मंसूबा

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भीड़भाड़ वाली जगहों पर विस्फोट करने और सुरक्षा वाहनों को निशाना बनाने वाले आतंकी समूह लश्कर-ए-तैयबा के एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ करके राजौरी से सरगना सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

पुलिस उप महानिरीक्षक, राजौरी हसीब मुगल ने कहा कि जिले में आईईडी की बरामदगी के बाद जांच शुरू की गई। इस दौरान जैश के एक मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ है।

नापाक मंसूबों पर फिर गया पानी
हसीब मुगल ने राजौरी में संवाददाताओं के सामने कहा कि भीड़भाड़ वाले सार्वजनिक स्थानों पर विस्फोट करने और सुरक्षा वाहनों और शिविरों को निशाना बनाने के लिए सीमा पार से आईईडी की तस्करी की गई थी। सरगना सहित तीनों की गिरफ्तारी ने आतंकी संचालकों के नापाक मंसूबों को विफल कर दिया है।

उन्होंने कहा कि 18 जनवरी को सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी), राजौरी के पास खियोरा इलाके से एक टिफिन बॉक्स के अंदर रखा एक आईईडी जब्त किया गया था और इससे 10 दिन पहले जिले के बुधल इलाके में एक और आईईडी मिला था।

आईईडी का पता लगाने के बाद जनवरी की शुरुआत में राजौरी के डांगरी गांव में एक आतंकी हमला हुआ जिसमें सात लोगों की मौत हो गई और 14 घायल हो गए।उन्होंने कहा कि 8 और 18 जनवरी को आईईडी की बरामदगी के बाद यह स्पष्ट था कि आतंकी आम लोगों को नुकसान पहुंचाने के लिए एक और बड़े हमले की फिराक में हैं। जांच में तेजी लाई गई और पहले आरोपी खेओरा के माजिद डार को गिरफ्तार कर लिया गया।

उन्होंने कहा कि डार की पूछताछ से मंजाकोट के ज़ोहैब खान और बालाकोट के धाराती गांव के मोहम्मद जब्बार को गिरफ्तार किया गया, जो मॉड्यूल का सरगना निकला। अधिकारी ने कहा कि उनके द्वारा किए गए खुलासों के आधार पर दो और आईईडी बरामद किए गए। उन्होंने कहा कि वे 10 फरवरी तक रिमांड पर हैं और उनके खुलासे पर और गिरफ्तारियां और बरामदगी होने की उम्मीद है।

उन्होंने बताया कि जब्बार, जिसका घर सीमा बाड़ से परे पड़ता है। सीधे लश्कर से जुड़ा हुआ है। वह शारीरिक रूप से विकलांग है और सीमा पार बैठे आतंकी आकाओं से निर्देश और मार्गदर्शन ले रहा था। उन्होंने कहा कि जब्बार का भाई मोहम्मद इबरार भी आतंकी गतिविधियों से जुड़ा हुआ है और पिछले एक साल से जेल में है।

ऐसा था षड्यंत्र
हसीब मुगल ने कहा कि गिरफ्तार किए गए आरोपितों से पूछताछ से पता चला है कि 1,000 से अधिक बॉल बेयरिंग वाले इन अत्यधिक परिष्कृत रेडी-टू-यूज आईईडी को सीमा पार से तस्करी करके कमजोर स्थानों पर विस्फोट किया जाना था और सरकार के लिए कानून व्यवस्था की समस्या पैदा की की जानी थी। उन्होंने कहा कि आरोपित शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं और कोई अवसर खोना नहीं चाहते हैं। अधिकारी ने कहा कि हम खतरे के प्रति सतर्क हैं और खतरों को बेअसर करने के प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस मॉड्यूल के भंडाफोड़ से कई निर्दाेष लोगों की जान बचाई गई।

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