31अगस्त को संगठित अपराध और भ्रष्टाचार रिपोर्टिंग परियोजना (OCCRP) की ओर से अडानी (Adani) के शेयर में मॉरीशस स्थित अपारदर्शी फंडों से लाखों डॉलर के निवेश का आरोप लगाये जाने के बाद अडानी समूह (Adani Group) ने इन खबरों को जॉर्ज सोरोस (george soros) की आर्थिक मदद से संचालित विदेशी मीडिया की सोची समझी साजिश(conspiracy) बताया है।
बंद हो चुके मामलों पर आधारित आरोप
इस बाबत जारी एक बयान में अडानी समूह की ओर से कहा गया है कि ओसीसीआरपी के सहारे हिडेनबर्ग (Hindenburg) की रिपोर्ट को दुबारा उठाने की कोशिश है। क्योंकि ये मुद्दे काफी पहले ही बंद हो चुके मामले पर आधारित हैं। जबकि डीआरआई (DRI) ने विदेश में धन हस्तांतरण, पार्टी लेनदेन और एफपीआई के माध्यम से निवेश संबंधी मामलों की जांच की थी।
निराधार आरोप
ओसीसीआरपी के आरोपों को निराधार बताते अडानी समूह ने कहा है कि यह स्पष्ट रूप से कहा जाता है कि अडानी समूह की सार्वजनिक रूप से सूचीबद्ध सभी इकाइयां सार्वजनिक शेयर धारिता से संबंधित नियमन समेत सभी लागू कानूनों का अनुपालन कर रही हैं।
बता दें कि 31अगस्त को ओसीसीआरपी की ओर से मॉरीशस स्थित अपारदर्शी फंडों द्वारा अडानी के शेयर में लाखों डॉलर का निवेश होने का दावा किया गया।
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