PM Modi: 500 साल बाद रामलला के मंदिर में जलेंगे हजारों दीये, इस साल की दीपावली ऐतिहासिक: पीएम मोदी

प्रधानमंत्री ने इस मौके पर देशवासियों को धनतेरस, भगवान धनवंतरि जयंती और दीपावली की शुभकामनाएं दीं। इस वर्ष की दीपावली को ऐतिहासिक बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “500 वर्षों के बाद ऐसा अवसर आया है, जब अयोध्या में रामलला की जन्मभूमि पर बने उनके मंदिर में भी हजारों दीप जलाएं जाएंगे।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने इस वर्ष की दीपावली (Deepawali) को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि 500 वर्षों के बाद ऐसा अवसर आया है, जब अयोध्या (Ayodhya) में रामलला (Ramlala) की जन्मभूमि (Janmabhoomi) पर बने मंदिर में भी हजारों दीप जलाएं जाएंगे। प्रधानमंत्री ने दिल्ली (Delhi) और पश्चिम बंगाल (West Bengal) में राज्य सरकारों द्वारा केंद्र की ‘आयुष्मान भारत योजना’ (Ayushman Bharat Scheme) को लागू नहीं किये जाने पर चिंता जताई।

धन्वंतरि जयंती और 9वें आयुर्वेद दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान में आयोजित समारोह में लगभग 12,850 करोड़ रुपये की लागत वाली विभिन्न स्वास्थ्य परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया।

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प्रधानमंत्री ने इस मौके पर देशवासियों को धनतेरस, भगवान धनवंतरि जयंती और दीपावली की शुभकामनाएं दीं। इस वर्ष की दीपावली को ऐतिहासिक बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “500 वर्षों के बाद ऐसा अवसर आया है, जब अयोध्या में रामलला की जन्मभूमि पर बने उनके मंदिर में भी हजारों दीप जलाएं जाएंगे। एक अद्भुत उत्सव होगा। ऐसी दीपावली होगी, जब हमारे राम एक बार फिर अपने घर आए हैं, और इस बार ये प्रतीक्षा 14 वर्षों के बाद नहीं, 500 वर्षों बाद पूरी हो रही है।”

दिल्ली और पश्चिम बंगाल में राज्य सरकारों द्वारा केंद्र की ‘आयुष्मान भारत योजना’ को लागू नहीं किये जाने पर चिंता जताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि राज्य सरकारों के राजनीतिक स्वार्थ के कारण बुजुर्गों की सेवा नहीं कर पा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह इस दर्द को शब्दों में व्यक्त नहीं कर सकते हैं। मोदी ने कहा, “मैं दिल्ली और पश्चिम बंगाल के 70 वर्ष से अधिक उम्र के हर बुजुर्ग से क्षमा मांगता हूं कि मैं आपकी सेवा नहीं कर पाऊंगा। मुझे पता तो चलेगा कि आपको कष्ट है लेकिन मैं आपकी सहायता नहीं कर पाऊंगा, क्योंकि अपने राजनीतिक स्वार्थ के कारण दिल्ली और पश्चिम बंगाल की सरकार ‘आयुष्मान भारत योजना’ से जुड़ नहीं रही है।”

प्रधानमंत्री ने कहा कि एक समय था, जब इलाज में लोगों के घर, जमीन और गहने सब बिक जाते थे। गंभीर बीमारी के इलाज का खर्च सुनते ही गरीब की आत्मा कांप जाती थी। पैसे की कमी की वजह से इलाज न करा पाने की बेबसी, बेचारगी गरीब को तोड़ कर रख देती थी। उन्होंने कहा कि गरीबों की इस बेबसी को देखते हुए ही ‘आयुष्मान भारत’ योजना शुरू की गई।

उन्होंने कहा कि सरकार ने तय किया कि गरीब के 5 लाख रुपये तक के इलाज का खर्च सरकार उठाएगी। देश में लगभग 4 करोड़ गरीबों ने आयुष्मान भारत योजना का लाभ उठाया है। उन्होंने कहा कि चुनाव के समय मैंने गारंटी दी थी कि तीसरे कार्यकाल में 70 वर्ष से ऊपर के सभी बुजुर्गों को ‘आयुष्मान योजना’ के अंतर्गत लाया जाएगा। आज धनवंतरि जयंती के दिन ये गारंटी पूरी हो रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अब 70 वर्ष से अधिक उम्र के देश के हर बुजुर्ग को अस्पताल में मुफ्त इलाज मिलेगा। ऐसे बुजुर्गों को आयुष्मान वय वंदना कार्ड दिया जाएगा। ये योजना मील का पत्थर साबित होगी। घर के बुजुर्ग के पास आयुष्मान वय वंदना कार्ड होगा, तो परिवार के खर्चे भी कम होंगे, उनकी चिंता भी कम होगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के के लिए खुशी की बात है कि आज 150 से ज्यादा देशों में आयुर्वेद दिवस मनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि ये आयुर्वेद को लेकर बढ़ रहे वैश्विक आकर्षण का प्रमाण है। ये प्रमाण है कि नया भारत अपने प्राचीन अनुभवों से विश्व को कितना कुछ दे सकता है।

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