आगरा के एक अस्पताल का वीडियो वायरल हो रहा है। इसमें अस्पताल का मालिक ही बता रहा है कि कैसे 26 अप्रैल 2021 को तकनीकी मॉक ड्रिल के नाम पर ऑक्सीजन बंद कर दिया गया और मरीजों का शरीर नीला पड़ने लगा। पांच मिनट में ही 22 कोविड 19 संक्रमितों की मौत हो गई। इस वीडियो के वायरल होने के बाद अब प्रशासन ने अस्पताल को सील कर दिया है और न्यायिक जांच का आदेश दे दिया है।
आगरा के पारस अस्पताल के मालिक डॉ अरिंजय जैन का छह मिनट का वीडियो वायरल हुआ है। इसमें वे बता रहे हैं कि कैसे 26 अप्रैल को उनके पारस अस्पताल में तकनीकी मॉक ड्रिल के लिए पांच मिनट के लिए ऑक्सीजन बंद कर दिया गया था। इस समय अस्पताल में 96 रोगी भर्ती थे।
डॉक्टर अरिंजय जैन वीडियो मे कहते हैं।
अस्पताल के पास ऑक्सीजन नहीं था। मरीजों के परिजनों को अन्यत्र जाने को कह चुका था। परंतु, लोग जाने को तैयार नहीं थे। फिर मैंने कहा दिमाग लगाओ, अब वो छांटो जिनकी ऑक्सीजन बंद हो सकती है। एक ट्रायल कर लो, पता चल जाएगा कि कौन महीं मरेगा। मॉकड्रिल सुबह 7 बजे कर लिया। 22 मरीज छंट गए, मरीज नीले पड़ने लगे, छटपटाने लगे। 5 मिनट की मॉकड्रिल की इसके बाद परिजनों से कह दिया अपने-अपने सिलेंडर लेकर आओ। यह प्रयोग बहुत सफल रहा।
https://twitter.com/amaanbali/status/1402121118350151683
जिलाधिकारी का बयान
इस प्रकरण में आगरा के जिलाधिकारी पीएन सिंह ने बताया कि प्रकरण के न्यायिक जांच का आदेश दे दिया गया है। वहां मात्र 4 लोगों की जान गई थी।
क्या कहते हैं आरोपी डॉक्टर
हमने मॉक ड्रिल किया था। हम देखना चाहते थे कि कैसे कम से कम ऑक्सीजन पर हम रोगियों को रख सकते हैं। 22 रोगियों की मौत का मामला झूठा है।